Saturday, May 11, 2024
हेल्थ

अंत्योदय परिवारों का बनाया जा रहा आयुष्मान कार्ड

बस्ती। अंत्योदय परिवारों को आयुष्मान भारत योजना से लाभांवित कराने के लिए बुधवार से अभियान शुरू हुआ। 22 अप्रैल तक चलने वाले इस अभियान के दौरान गांव-गांव कैम्प लगाकर लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। इस अभियान में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के स्वंय सहायता समूह, राशन कोटेदार, आशा कार्यकर्ता व ग्राम प्रधान मदद कर रहे हैं। कॉमन सर्विस सेंटर के सहयोग से कार्ड बनाया जा रहा है।

योजना के नोडल ऑफिसर डॉ. सीएल कन्नौजिया ने बताया कि ब्लॉकवार प्रतिदिन का माइक्रोप्लॉन तैयार कराया गया है। बुधवार को 60 जगहों पर कैम्प का आयोजन किया गया है। अंत्योदय परिवारों की सूची कोटेदार के पास उपलब्ध है। आशा व अन्य लोगों के सहयोग से परिवार के लोगों को कैम्प में बुलवाकर आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। लाभार्थी को अपने साथ आधार कार्ड लाना जरूरी है।
डॉ. कन्नौजिया ने बताया कि अंत्योदय के 88 हजार परिवारों के लगभग 3.5 लाख लोगों का कार्ड बनाया जाना है। अभी तक लगभग 46 हजार लोगों का ही कार्ड बन सका है। शत-प्रतिशत लाभार्थियों का कार्ड बनाया जाना है। उन्होंने बताया कि अंत्योदय परिवारों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान में शामिल किया गया है। अंत्योदय लाभार्थी समाज के सबसे गरीब व वंचित परिवारों से आते हैं। इनके लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है।

बहादुरपुर ब्लॉक के बभनियांव बुजुर्ग, सदर ब्लॉक के बंगवा, रुधौली ब्लॉक के आमबारी गांव सहित अन्य स्थानों पर कैम्प का आयोजन किया गया और यहां पर बड़ी संख्या में लोगों ने कार्ड बनवाए।

परिवार को एक साल में पांच लाख तक मिलेगी इलाज की सुविधा
अंत्योदय परिवार का आयुष्मान कार्ड बन जाने पर एक परिवार को हर साल पांच लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी। कार्ड से देश के किसी भी बड़े अस्पताल जो योजना से संबद्ध हो, उसमें इलाज कराया जा सकता है। हार्ट, कैंसर, हड्डी सहित गंभीर बीमारियों का इलाज होता है। लाभार्थी को चाहिए की वह अपना कार्ड अविलंब बनवा लें। कार्ड पहले से बना होने पर बिना देरी किये भर्ती कर इलाज शुरू हो जाता है और समय की बचत होती है ।
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आशा ने दी थी कैम्प की सूचना
बहादुरपुर ब्लॉक के बभनियांव निवासी परशुराम व सुमन ने बुधवार को गांव में लगे कैम्प में आयुष्मान कार्ड बनवाया। उनका कहना था कि आशा ने सूचना दी थी, राशन कार्ड व आधार कार्ड लेकर आए और बिना फीस दिए कार्ड बन गया। उन्हें बताया गया है कि इस कार्ड से परिवार का एक साल में पांच लाख रुपए तक नि:शुल्क इलाज होगा।