Sunday, May 5, 2024
हेल्थ

जिले में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू

– 30 अप्रैल तक चलेगा जागरूकता का अभियान

बस्ती। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की शुरूआत शनिवार को हुई। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने लोगों को शपथ दिलाई। फीता काटकर व वाहन रैली को हरी झंडी दिखाकर जिला अस्सपताल परिसर से अभियान की शुरूआत की। इसी के साथ ब्लॉकों व ग्राम पंचायतों में अभियान की शुरूआत हुई।
सीएमओ डॉ. चंद्रशेखर ने बताया कि पहले दिन जागरूकता अभियान चलाया गया। रैली निकालकर, लोगों को शपथ दिलाकर, गोष्ठी व परिचर्चा आयोजित कर मौसमी बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 30 अप्रैल चलेगा। इस दौरान वेक्टर जनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए के लिए कई कार्यक्रम आयोजित होंगे। अभियान के दौरान बुखार, टीबी, कोविड आदि लक्षणों वाले व्यक्ति के बारे में घर-घर जाकर पूछताछ की जाएगी। लक्षण मिलने पर उनकी जांच कराकर अस्पताल भेजा जाएगा। मरीजों को नि:शुल्क एंबुलेंस की सेवा उपलब्ध रहेगी।
जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ. आलोक वर्मा, एसीएमओ डॉ. एफ हुसैन, डॉ. सीके वर्मा, डीएमओ आईए अंसारी, रोटरी क्लब ग्रेटर के अध्यक्ष एलके पांडेय, डॉ. वीके वर्मा, डॉ. एके कुशवाहा, डॉ. राकेशमणि त्रिपाठी, जिला पंचायत राज अधिकारी शिवशंकर सिंह, ईओ अखिलेश त्रिपाठी, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ. स्नेहिल परमार, यूनीसेफ के डीएमसी आलोक राय, राजा शेर सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

15 से चलेगा दस्तक अभियान
सीएमओ ने बताया कि अभियान के अंतर्गत ही जनपद में 15 से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान चलेगा। इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर बीमार लोगों के बारे में जानकारी लेगी और 12 साल से अधिक आयु के जिन लोगों को कोविड टीका नहीं लगा है, उन्हें कोविड टीका से प्रतिरक्षित किया जाएगा।

कुपोषित भी होंगे चिन्हित
अभियान के दौरान आशा, आंगनवाड़ी और संगिनी कार्यकर्ता घर-घर जाकर कुपोषित और अति कुपोषित बच्चों की सूची तैयार करेंगी। यह सूची एएनएम के माध्यम से ब्लॉक मुख्यालय भेजी जाएगी। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से पोषण पुनर्वास केंद्रों पर भेजकर उपचार एवं पोषण उपलब्ध कराएगा।

अन्य विभाग भी करेंगे मदद
जिला मलेरिया अधिकारी आईए अंसारी ने बताया कि चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग, नगर पंचायत विकास, पंचायती राज, ग्राम्य विकास विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन विभाग, कृषि एवं सिचाई विभाग, सूचना और उद्यान विभाग की सहभागिता रहेगी। सभी विभागों को जिम्मेदारियां सौंप दी गई है। जहां भी मच्छर पनपने की संभावना होगी। वहां निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी।