Sunday, June 23, 2024
हेल्थ

नवरात्र में शुगर, बीपी व गंभीर बीमारियों के मरीज रखें सेहत का खास ख्याल

सीएमओ ने कहा- व्रत के दौरान दवा का सेवन कदापि बंद न करें

गोरखपुर।(गुरूमीत सिंह) मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने जनपदवासियों को नवरात्र और नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए स्वास्थ्य की दृष्टि से सतर्क रहने की अपील की है । उन्होंने नवरात्र के दौरान शुगर, बीपी और गंभीर बीमारियों के मरीजों को विशेष तौर पर सतर्क रहने को कहा है।

सीएमओ ने कहा कि नवरात्र की शुरूआत हो चुकी है और इस दौरान बहुत से लोग पूजा-पाठ के साथ नौ दिन का व्रत भी रखते हैं । व्रत रखने से मन को शांति मिलती है और उत्थान का मार्ग प्रशस्त होता है, लेकिन साथ में सावधानी बरतने की भी आवश्यकता है। खासतौर से वह लोग जो किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं । अगर किसी को कोई बीमारी नहीं है तो वह व्रत रख सकता है लेकिन ध्यान रहे कि समय-समय पर पानी पीते रहें क्योंकि तापमान बढ़ने लगा है और शरीर में पानी की कमी दिक्कत पैदा कर सकती है । सामान्य लोगों को भी व्रत के दौरान अधिक तैलीय चीजों से परहेज और अल्पाहार ही लेना चाहिए। गर्मी के मौसम में तेल, घी, कुटू का आटा, साबूदाना के अधिक सेवन से गरिष्ठता हो जाती है और पेट संबंधित बीमारियां हो सकती हैं । व्रत में पर्याप्त पानी पिएं और ताजे फलों का सेवन करें।

डॉ दूबे ने शुगर के रोगियों को सलाह दी कि अगर शुगर नियंत्रित है और एचबीऐवनसी की रिपोर्ट सात से नीचे है तभी व्रत रहना चाहिए । ताजे फल और पानी का नियमित सेवन करते रहना है। दिन में कम से कम दो बार ब्लड शुगर अवश्य चेक करें। तेल – घी की चीजों का सेवन करने से बचें। सेंधा नमक भी बहुत ज्यादा मात्रा में नहीं लेना है । उच्च रक्तचाप के मरीज भी तभी व्रत रहें जबकि उनका रक्तचाप नियंत्रित हो । उन्हें अधिक नमक का सेवन व गरिष्ठ भोजन का सेवन नहीं करना है । दस से पंद्रह एमएल से अधिक वसा का सेवन नहीं करना है ।

*दवा बिल्कुल बंद न करें*

सीएमओ ने बताया कि व्रत के दौरान मरीजों को दवा नहीं छोड़ना है। चिकित्सक द्वारा बताई गई दवाओं को नियमपूर्वक उतनी ही पवित्रता से ग्रहण करें जितनी पवित्रता से आराधना व पूजा पाठ करते हैं । जब स्वयं स्वस्थ रहेंगे तो परिवार, समाज और देश सुरक्षित रहेगा । धूमधाम से नवरात्र और नये वर्ष को मनाएं, लेकिन स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें । चिकित्सक की सलाह पर ही व्रत रहें। शुगर और बीपी के मरीज दिन में दो बार शुगर व बीपी का स्तर चेक करें।

*इन्हें नहीं रहना है व्रत*

गंभीर कैंसर के रोगी, इंटेस्टाइनल कैंसर के रोगी, इरेटेबिल पावर सिंड्रोम के रोगी और ह्रदय रोगियों को व्रत नहीं रहना है । देवी की आराधना, बिना व्रत रहे भी सदाचरण का पालन करते हुए और अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए की जा सकती है। नये वर्ष में हम सभी स्वस्थ रहेंगे, इसकी कामना करें और सतर्क रहें ।