Sunday, May 19, 2024
बस्ती मण्डल

मौला अब्बास की वफादारी दुनिया के लिए मिसाल है

– इमामबाड़ा शाबान मंजिल में हुआ जलसे का आयोजन

बस्ती। इमामबाड़ा शाबान मंजिल में मंगलवार रात जश्ने-सब्रो वफा का आयोजन हुआ। अकीदतमंदों ने कर्बला के शहीद व हुसैनी फौज के सिपहसालार हजरत अब्बास की वफादारी को याद कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। जलसे के बाद लंगर का आयोजन किया गया।
जलसे को खिताब फरमाते हुए मौलाना हैदर मेंहदी ने कहा कि हजरत अब्बास की इमाम हुसैन के प्रति वफादारी दुनिया के लिए मिसाल है। तीन दिन से प्यासे होने के बाद नहर पर कब्जा करने के बाद भी उन्होंने पानी को होंठों से नहीं लगाया। पानी को इमाम हुसैन के बच्चों तक लाने के प्रयास के दौरान उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी। इमाम हुसैन के सौतेले भाई होने के बाद भी उन्होंने इमाम को केवल आका ही कहकर पुकारा। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि आज भी जहां इमाम हुसैन का ताजिया होता है, वहां पर हजरत अब्बास का अलम सबसे आगे जरूर रहता है। जलसे के बाद कुरा के जरिए ईनाम निकाला गया। कुरा में नाम निकलने वालों को सम्मानित किया गया।
इससे पूर्व शायरों ने मौला अब्बास की शान में मनकबत पेश की। डॉ. आफताब रजा के कलाम को खूब सराहा गया। बाहर से आए हुए मेहमान शायर आजम सुल्तानपुरी व सलीम बलरामपुरी ने अपने शेर सुनाकर समां बांध दिया। इमामबाड़ा तकबीर व नारए हैदरी की सदाओं से गूंजता रहा। सफदर रजा, फरजान हल्लौरी, रमीज अब्बास ने भी मौला अब्बास की शान में कलाम पेश किया।
हाजी अनवार काजमी, मेंहदी रिजवी, शबीब हैदर, नजफी, राजू, जैन, शम्स आबिद, मुन्ने, नकी हैदर, शानू, वकील पेंटर सहित अन्य लोग मौजूद रहे।