Wednesday, July 3, 2024
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सुबोध चंद्र यादव के पक्ष में चल रही लहर -पूर्व मंत्री

पिता स्वर्गीय भालचंद यादव के नक्शे कदम पर चलेंगे हम- सुबोध यादव

संतकबीरनगर।(कालिन्दी मिश्रा)वरिष्ठ समाजवादी नेता एवं पूर्व मंत्री जयप्रकाश यादव ने कहा कि 313 विधानसभा खलीलाबाद में सुबोध चंद्र यादव के नाम की लहर चल रही है। व्यक्तित्व पहचानने की क्षमता के लिए उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष केजरीवाल का धन्यवाद किया और कहा कि खलीलाबाद को संत कबीर नगर जिला बनाने वाले स्वर्गीय भालचंद यादव ने सभी धर्मों एवं सभी वर्गों के लिए उनके घर के सदस्य की भांति कार्य किया था एवं संतकबीरनगर को जिले का रूप भी तमाम आंदोलन के जरिए दिया। बसपा सुप्रीमो मायावती पर पूर्व मंत्री ने कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती का टिकट बेचने का कार्य कोई नया नहीं है कई बार के हारे प्रत्याशी को विधानसभा 313 का उम्मीदवार बनाने के लिए उन्होंने सौदेबाजी की जो सुबोध चंद्र को कतई मंजूर नहीं था और ना तो सुभाष चंद्र के पास धन था क्योंकि सुबोध चंद्र के स्वर्गीय पिता ने बिना स्वार्थ के राजनीति की अपने लिए कुछ बना नहीं पाए उनका जीवन जनता की सेवा करते हुए बीता आज उसी का फल सुबोध चंद्र के साथ अपार जनसमूह के रूप में प्राप्त हो रहा है। मायावती को कोई स्थानीय प्रत्याशी न मिलने के कारण उन्होंने बाहर से प्रत्याशी बुलाकर बहुजन समाज पार्टी का उम्मीदवार बनाया और ऐसे प्रत्याशी को बनाया जो बराबर हारता ही रहा और सिर्फ डिंग हकता रहा और कहता रहा कि हम बहन जी के सबसे प्रिय आदमी हैं खास हैं उनके हम हमारी सरकार बनने पर हम संतकबीरनगर मैं ऐतिहासिक काम करने का कार्य करेंगे जो कि वह कर भी रहे हैं एक वर्ग को साथ लेकर कोई भी आदमी चुनाव नहीं जीत सकता समस्त वर्गों को साथ लेकर चलने वाला आदमी है नेतृत्व करने का अधिकार रखता है जो कि सुबोध चंद्र के अंतर है उनको विरासत मिली है आम आदमी की सेवा करने की आम जनमानस के सुख दुख में रहने की इसलिए आप सभी से अपील है कि स्वर्गीय भालचंद के विरासत को बचाने एवं बाहर से आए हुए चंद दिन के प्रत्याशियों को फिर उनके घर वापस भेजने का कार्य 313 विधानसभा क्षेत्र की सम्मानित जनता जरूर करें एवं अपना आशीर्वाद अपने बेटे, भाई, मित्र एवं आम आदमी प्रत्याशी सुबोध चंद्र को देखकर विधानसभा भेजने का कार्य अवश्य करें। जिससे संत कबीर नगर की पावन धरती की गरिमा जो स्वर्गीय भालचंद यादव जी ने बनाई थी वह बनी रहे एवं विकास कार्य जो रुके हुए हैं उनको सक्रिय रूप से पूरा किया जा सके।