Sunday, May 19, 2024
उत्तर प्रदेश

 भागवताचार्य कौशलेंद्र कृष्ण शास्त्री एवं ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री जी का क्षेत्रीय लोगों ने किया भव्य स्वागत

भदोही / सुशील।संपूर्ण जगत में साधु संतों का समागम किसी संगम से कम नहीं होता है हाल ही में अयोध्या के प्रकाण्ड विद्वान भागवताचार्य कौशलेंद्र कृष्ण शास्त्री एवं ज्योतिष सेवा केंद्र महाराष्ट्र के संस्थापक पंडित अतुल शास्त्री ज्योतिषाचार्य का दो दिवसीय धार्मिक यात्रा भदोही जिले के सीतामढ़ी धाम में हुआ जहाँ पर उन्हें स्थानीय लोगों सहित क्षेत्र के अगल-बगल जिले के लोगों ने कथाकार व्यासजी का दर्शन कर अपने आपको धन्य महसूस किया।
वहीं कौशलेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने सीतामढ़ी में गंगा स्नान एवं जगत जननी माँ सीता जी का दिव्य दर्शन पूजन किया और वहाँ के पौराणिक मंदिर ब्रह्म ऋषि लवकुश आश्रम, उड़िया बाबा आश्रम का भ्रमण किया और सीता समाहित स्थली का भी दर्शन किया। ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री जी ने पत्रकारों से साक्षात्कार के दरम्यान बताया कि भारत मे कई प्राचीन धर्म स्थलों में से एक सीतामढ़ी का दर्शन कर हम सभी धन्य हो गए वहीं 108 फिट ऊंचाई के हनुमानजी का भव्य स्वरूप पूरे विश्व पटल में एक अलग पहचान बनाए हुए है।
उनके सीतामढ़ी आगमन के पश्चात स्थानिक पत्रकार सुशील मिश्रा के निजनिवास सीतामढ़ी बनकट में उनका दो दिवसीय विश्राम हुआ और वहाँ पर संत समागम के लिए क्षेत्र के कई स्थानीय समाज सेवियों गायक कलाकारों का पूरे दो दिनों तक ताता सा लगा रहा जिसमें मुख्य रूप से मुंबई के उद्दोगपती सभाजीत मिश्रा, कोनिया के सुप्रसिद्ध लोकगायक आशीष पाण्डेय ‘आयुष’, मेजा के बहुचर्चित गायक सुजीत तिवारी, मंजीत तिवारी (तिवारी बंधु), विजय पाण्डेय, संदीप पाण्डेय (महागुरु), विनय पाण्डेय कोनिया, पिंटू देवीचरण मिश्रा, ओमप्रकाश मिश्रा, पंडित विकास दूबे, बबलू पाण्डेय (पूर्व प्रधान) , राजेश मिश्रा (भेलसी), की विशेष उपस्थिति रही निजनिवास बनकट में सुशील मिश्रा के पारिवारिक सदस्य प्रदीप मिश्रा, मनीष मिश्रा, विशाल मिश्रा, विकास मिश्रा (शास्त्री जी) ने अयोध्या से पधारे कौशलेंद्र कृष्ण शास्त्री व्यासजी और पंडित अतुल शास्त्री जी के सेवा में समर्पित रहकर अपने जीवन को धन्य बनाया एवं मांडा क्षेत्र के समाज सेवी जयराम दूबे सहित क्षेत्र के तमाम लोग उपस्थित रहकर पत्रकार सुशील मिश्रा के निवास पर रहे संतो के सेवा में अपने आप को धार्मिक भाव से समर्पित किया।