Saturday, May 18, 2024
राजनैतिक

5 राज्यो में होने वाले विधानसभा चुनाव में मीडिया की रहेगी अहम भूमिका

– बिना मीडिया सहयोग के प्रत्याशियों के लिए चुनाव जितना होगा बहुत मुश्किल

नई दिल्ली 10 जनवरी 2022 (ख़) कोरोना मामलों में ताजा उछाल के कारण चुनाव आयोग ने फरवरी में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में शारीरिक रैलियों और रोड शो पर फिलहाल 15 जनवरी तक प्रतिबंध लगा दिया है। यह भी संभावना है कि यह प्रतिबंध आगे भी लग सकता है, इससे जहां कुछ राजनीतिक दलों ने डिजिटल रैली की तैयारी शुरू कर दी है, वहीं कुछ दलों में इस बात को लेकर बेचैनी भी है कि कहीं वे तकनीक के इस्तेमाल की दौड़ में पिछड़ न जाए।

शारीरिक रैलियों पर प्रतिबंध के कारण मतदाताओं तक पहुंचने के लिए सियासी दलों का दारोमदार प्रिंट ,इलेक्ट्रॉनिक व डिजिटल मीडिया पर रहेगा। खासतौर पर छोटे दलों को अगर यह विधानसभा चुनाव जितना है तो मीडिया की भूमिका को समझते हुए अपनी सक्रियता बढ़ानी होगी। लगभग सभी राजनीतिक दल और बड़े नेता सोशल मीडिया के अधिकांश प्लेटफार्मों जैसे ट्विटर, कू, फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, टेलीग्राम, जूम और यूट्यूब पर जुड़े हुए हैं। पार्टियां अखबार, टीवी, रेडियो, सोशल मीडिया और मोबाइल फोन पर सक्रिय हैं। राजनीतिक पार्टियों व प्रत्याशियो के लिए चुनाव प्रचार करने के कई वैकल्पिक प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं और इसके लिए सभी राजनीतिक पार्टियों व चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों को अपनी मीडिया रणनीति तय करते हुए चुनाव मैदान में आना होगा। इन विधानसभा चुनाव को किसी भी प्रत्याशी के लिए बिना मीडिया सहयोग के जितना बहुत ही टेडी खीर नज़र आ रहा है।