आदर्श स्टेशन घोषित होने के बाद भी यात्री सुविधाएं नदारद
मुन्डेरवा/बस्ती।(सात्विक पटेल)सांसद के पहल पर स्थानीय स्टेशन आर्दश स्टेशन बनने के बाद भी बुनियादी सुविधाओं से महरूम है। स्थानीय स्टेशन पर न उपरिगामी सेतु पर छाजन की ब्यवस्था की गयी और न ही आरक्षण काउन्टर आज तक खुला।
मिली जानकारी के अनुसार रेल प्रशासन ने मुण्डेरवा को सांसद के पहल पर आदर्श स्टेशन घोषित कर दिया।किन्तु यहाँ की सुबिधाओं मे कोई परिवर्तन नहीं हुआ।आज तक आरक्षण काउन्टर न खुलने से लोग रिर्जेबेशन कराने के लिए परेशान रहते हैं और उनका शोषण भी होता है।
बताते चले कि ऊपरिगामी सेतु को बने तीन दशक से जादे का वक्त बीत गया किन्तु ऊपर से सेड नही लगाया गया।जिसकी वजह से बरसात मे ऊपर से आने जाने मे यात्रियों को भीग जाना पड़ता है।स्टेशन पर बाउड्री वाल भी नही बनाया गया जिसकी वजह से परिसर मे जानवर घुस कर प्लेट फार्म को गंदा करने के साथ साथ कभी -कभी यात्रियों पर हमला भी कर देते है।प्लेटफार्म एक की तरफ खाली बची जमीन पर न ही आरसीसी कराई गई है,जिससे जंगली खर पतवार उग जाने से परिसर मे गंदगी तो दिखती ही कीड़े मकोड़ो के साथ ही विषैले जानवर विच्छू सर्प भी यहा दिखाई दे जाते है।जिसकी वजह से यात्रियों की जान पर हमेशा खतरा बना रहता है। इतना ही नहीं बरसों से लगा खंभों पर बल्ब खराब पड़ा हुआ है जिसके कारण शाम होते ही स्टेशन पर अंधेरा छा जाता है और इतना ही नहीं स्टेशन पर रखी अधिकांशत कुर्सियां अराजक तत्वों द्वारा तोड़ दी गई हैं। इसके बावजूद भी मुंडेरवा स्टेशन को आदर्श स्टेशन बनाने के लिए रेलवे विभाग द्वारा कोई पहल नहीं किया जा रहा है। स्टेशन पर आने जाने वाले यात्री परेशान रहते हैं।