गुरु वंदना
*गुरु वंदना*
गुरु गुरु गुरुवे नमः ,गुरु गुरु गुरुवे नमः
जीवन धन्य हो जाए, जी तुम्हें गुरु मिल जाए।। गुरु गुरु गुरुवे नमः-२
गुरु ही भक्ति गुरु ही पूजा ।
गुरु से बढ़कर कोई न दूजा।।
हरि का ध्यान कराए,
जो तुम्हें गुरु मिल जाए।
गुरु गुरु गुरुवे नमः-२
तन मन में जो व्याप्त है दुर्गुण।
मन भीतर वो भर दे सद्गुण ।।
भटकों को राह दिखाए ..।
जो तुम्हें गुरु मिल जाए।
गुरु गुरु गुरुवे नमः-२
पावन मन में हरि की छवि हो।
हम पर गुरु की कृपा यदि हो।।
हरि हमको मिल जाए…।
जो तुम्हें गुरु मिल जाए।।
गुरु गुरु गुरुवे नमः-२
आर्यावर्ती सरोज “आर्या”
लखनऊ (उत्तर प्रदेश)