Tuesday, July 2, 2024
बस्ती मण्डल

वीएचएनडी सत्रों के दौरान लाभार्थियों को मिले गुणवत्तापूर्ण सुविधा

संतकबीरनगर।(कालिन्दी मिश्रा)आमजन को स्वास्थ्य एवं पोषण से सम्बन्धित सुविधाएं उनके घर के नजदीक ही देने के लिए चलाए जाने वाले वीएचएनडी ( विलेज हेल्थ एण्ड न्यूट्रीशन डे ) सत्रों में लाभार्थियों को गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं प्रदान की जाएं। इसके लिए सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी अपनी कार्ययोजना बना लें और 30 जून तक सीएमओ कार्यालय में दे दें। एक जुलाई से जनपद के सभी वीएचएनडी सत्र पूरी क्षमता व सभी लॉजिस्टिक के साथ चलेंगे।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. इन्द्र विजय विश्वकर्मा ने जनपद के सभी चिकित्सा अधिकारियों को यह निर्देश जारी करते हुए कहा है कि वह अपने क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले वीएचएनडी स्थलों का निरीक्षण करके सारे लॉजिस्टिक देख लें। अगर कहीं भी किसी चीज की कमी हो तो उसे पूर्ण करा दें। यह शासन की विशेष प्राथमिकता के अन्तर्गत आता है। इसलिए इसमें लापरवाही कदापि न बरतें। जिन लॉजिस्टिक की जरुरत हो उनको पूर्ण करके सुसज्जित तरीके से कोविड प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुए वीएचएनडी सत्रों का संचालन कराएं। इस दौरान उनका सहयोगात्मक पर्यवेक्षण भी कराएं।
बुधवार व शनिवार को होता है आयोजन
वीएचएनडी का आयोजन सप्ताह में दो बार बुधवार और शनिवार को किया जाता है। एएनएम, आशा व आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की भागीदारी से आयोजित होने वाले इस सत्र में गर्भवती और बच्‍चों को टीके लगाकर प्रतिरक्षित किया जाता है। पांचवे शनिवार को वीएचएनडी सत्र का आयोजन नहीं किया जाता है।
इन आठ दिशा निर्देशों का हो अनुपालन
1. हर वीएचएनडी सत्र पर एक एएनएम को लगाएं तथा समस्त सम्बन्धित सेवाएं लाभार्थियों को प्रदान करें।
2. वीएचएनडी सत्र ऐसे स्थान पर संचलित हो जहां पर निजता, पेट जांच, शौचालय आदि की सुविधा हो।
3. वीएचएनडी निर्धारित समय पर शुरु हो, हर सत्र किसी भी दशा में सुबह नौ बजे से शुरु कर दिए जाए।
4. हर पर्यवेक्षक वीएचएनडी का नियमित पर्यवेक्षण करे तथा वहां पर पाई गई कमियों को दूर कराएं।
5. वीएचएनडी सत्र पर ड्यू लिस्ट अवश्य होनी चाहिए जिसके माध्यम से लक्षित लाभार्थी को सेवा मिले।
6. सभी एएनएम को मांग पत्र के आधार पर ही लॉजिस्टिक, औषधि किट आदि उपलब्ध कराई जाय।
7. वीएचएनडी सत्र पर लॉजिस्टिक, औषधि किट की शत प्रतिशत उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाय।
8. गर्भवती महिलाओं का पहली तिमाही में रजिस्ट्रेशन तथा 4 एएनसी (प्रसव पूर्व) जांच कराना सुनिश्चित करें।