Thursday, July 4, 2024
साहित्य जगत

जान से बढ़कर नहीं कीमती…

जान से बढ़कर नहीं कीमती,
हो सकती है बोर्ड परीक्षा।
जान रहेगी, तो सब बच्चे,
फिर से प्राप्त करेंगे शिक्षा।

जाकर देखो जरा गौर से,
बिद्यालय में है सन्नाटा।
कोरोना के कारण ’’वर्मा’’,
हुआ देश का कितना घाटा।

यही कामना करता ’’वर्मा’’
बच्चे करें धैर्य को संचित।
घोर आपदा की बेला में!
ज्ञान करें कुछ नूतन अर्जित।

डा0 वी0 के0 वर्मा
चिकित्साधिकारी, जिला चिकित्सालय-बस्ती
मो0-9415163328