Tuesday, June 4, 2024
बस्ती मण्डल

मौत का खेल जारी है श्मशान घाट पर शव जलाने की जगह नहीं है फिर भी इंसान घमंड मे चूर है

दोस्तो शायद आप लोगो ने भी किसी की अंतिम संस्कार कराने के लिए कभी न कभी श्मशान घाट का तो चक्कर लगाया होगा।

जब उस व्यक्ति का शव धु धू करके जला होगा तो यही ख्याल आया होगा कि एक न एक दिन हमें भी इसी जगह आकर राख हो जाना है।

उस समय आपके अंदर की सारी बुराई नष्ट हो गई होगी और आपने सोचा होगा कि क्या है क्यों किसी के साथ गलत किया जाये किसी का दिल दुखाया जाये सब कुछ तो यहीं रह जायेगा।
पर जैसे वहां से घर वापिस आये होंगे उस सच्चाई को भूल कर फिर से माया जाल घेर लिया होगा और अपने परिवार की जरूरत पूरी करने के लिए फिर उसी काम में लग गये होंगे।
लेकिन आज के तारीख में करोना महामारी का रूप धारण करके स्वयम काल आया है जो अपने मुंह में सबको समाता जा रहा है।

श्मशान घाट पर शव जलाने के लिए जगह कम पड़ रहा है लकड़ी मिल नही रही है इलेक्ट्रॉनिक मशीन पिघल जा रही है कब्रिस्तान मे कब्र एडवांस खोदी जा रही है। ये हालात हो गया है इंसानो की फिर भी लोग अभी भी अपने शान शौकत में अपनी इंसानियत को भूल कर अपराध कर रहे हैं भ्रष्टाचार कर रहे हैं अपनी अपनी कुर्सी पाने के लिए इंसान इंसान को मौत के घाट उतार रहा है चुनाव जीतने के लिए खूनी संघर्ष हो रहा है पुलिस सरकार को खुश रखने के लिए उन गरीब मजदूर मजबूर असहाय कमजोर लोगो की सौ सौ रूपये की चालान कर रही है जो पूरा दिन मजदूरी मेहनत करके अपने बीबी बच्चो का उम्मीद बन कर घर जा रहा है जो सोच रहा है आज अपने बच्चे के लिए कुछ अच्छा खाने का समान ले जाऊंगा।

आज घर मे कुछ अलग सब्जी या दाल बनाऊंगा। पर पुलिस के नजरो मे वो बिना मास्क का दिख जाता है।
और उसका सौ रुपये से लेकर पांच सौ तक का चालान कर दिया जाता है।
वो हाथ भी जोड़ता है गलती की माफी भी मांगता है उसे लगता है शायद साहब को दया आ जायेगी और हम चालान से बच जायेंगे।
लेकिन साहब क्या करें उनको भी तो अपनी ड्यूटी करनी है टार्गेट पूरा करना है अधिकारी जवाब मांगेंगे।

पर यहां अधिकारी भी क्या करे उसे भी तो सरकार की बात माननी है यदि सरकार के खाते में पैसे नही जायेगें तो सरकारी कर्मचारी की सैलरी कैसे आयेगी चुनाव आयेगा तो चुनाव का प्रचार प्रसार कैसे होगा।
ये सिस्टम है आज के युग का रामायण मे एक चौपाई लिखी है जब जब होंय धर्म कै हानी बाढै असुर महा आज्ञानी।
जब जब धरती पर किसी भी चीज का अत्य हुआ है तब तब किसी न किसी रूप में भगवान का औतार हुआ है।ये करोना महामारी भी इंसानो के अंदर बैठा शैतान का दिया हुआ वायरस है।
जो अपना काम करके लोगो को मौत के घाट उतार रहा है।
पर शायद वो भूल रहा है की धरती पर जब रावण जैसे महा पंडित महा बलवान का नही चला कंस जैसे राजा का नही चला हिरण्यकश्यप जैसे लोगो का अंत हुआ तो करोना क्या चीज है।

बस धरती पर जिस दिन से पाप लालच बैयमानी इंसान इंसान को मौत देने का सिल सिला कम कर देगा बहन बेटिया सुरक्षित हो जायेंगी मास शराब मादक पदार्थ जैसे खतरनाक सेवन करना लोग बंद कर देंगे इंसान इंसान से प्यार करने लगेगा करोना का अंत उसी दिन से शुरू हो जायेगा।
मौत से डरना क्या। यही तो एक सत्य है जो आया है वो जायेगा।
डरो मत डर के आगे जीत है बस मास्क लगाओ बार बार हाथ धुलो जब तक करोना का अंत नही हो जाता एक दुसरे से दूरी बनाये रखो। पर भाई चारा इंसानियत बरकरार रखो।

 

-अरुण कुमार बस्ती