Friday, June 28, 2024
बस्ती मण्डल

86वीं रैंक हासिल कर निहारिका द्विवेदी बनी समीक्षा अधिकारी

कुदरहा/बस्ती। प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती अभाव में रहते हुए भी व्यक्ति बड़ी से बड़ी सफलता हासिल कर सकता है। यह कारनामा कर दिखाया है निहारिका द्विवेदी ने। उन्होंने लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित उत्तर प्रदेश पीसीएस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर उत्तर प्रदेश सचिवालय लखनऊ में 86वा स्थान प्राप्त कर समीक्षा अधिकारी पद पर चयनित हुई।

विकास खण्ड कुदरहा के डेल्हवा गांव निवासी निहारिका द्विवेदी बचपन से ही प्रतिभाशाली रही। उन्होंने प्राथमिक से लेकर स्नातक तक हर कक्षा में अच्छा प्रदर्शन किया। निहारिका की प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा अपने गांव के चंद्रशेखर आजाद विद्या विहार में हुई। इंटरमीडिएट की शिक्षा झिनकू लाल इण्टर कॉलेज से किया। उन्होंने स्नातक के प्रवेश परीक्षा में गोरखपुर विश्वविद्यालय में दूसरा स्थान, काशी हिंदू विश्वविद्यालय में सातवां स्थान और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 46 वां स्थान प्राप्त किया था। उन्होंने प्रयागराज विश्व विद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की। अपनी धुन की पक्की निहारिका ने वर्ष 2016 में बस्ती तहसील में लेखपाल पद पर चयनित होकर पहली सफलता प्राप्त किया। लेखपाल पद पर सेवारत रहते हुए वर्ष 2019 में पुलिस उप निरीक्षक पद पर चयनित हुई। अपने कैरियर का ध्यान रखते हुए निहारिका ने लेखपाल की नौकरी करते हुए वर्ष 2016 में समीक्षा अधिकारी पद हेतु आवेदन किया। वर्ष 2020 में हुई परीक्षा का परिणाम सोमवार को आया। निहारिका ने पहली बार में ही परीक्षा उत्तीर्ण कर 86वें रैंक के साथ उत्तर प्रदेश सचिवालय लखनऊ में चयनित हुई। निहारिका के पिता नरेन्द्र द्विवेदी निजी विद्यालय में अध्यापक हैं और माता नीलम द्विवेदी एक निजी इंटरमीडिएट कॉलेज में वाइस प्रिंसिपल हैं। निहारिका की बड़ी बहन माधवी ग्रहणी हैं। तो बड़े भाई अनुराग द्विवेदी मोकामा बिहार में सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट पद पर कार्यरत हैं। पच्चीस वर्षीय निहारिका ने बताया कि कड़ी मेहनत लगन और पूर्ण निष्ठा से किया गया कार्य सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है।
निहारिका ने अपनी सफलता का श्रेय माता – पिता, बड़े भाई – बहन, गुरुजनों और शुभचिंतकों को दिया।