Saturday, May 18, 2024
बस्ती मण्डल

अतीत से वर्तमान तक के लोकार्पण में जिलाधिकारी ने कहा बस्ती के बारे में लिखने की यह शुरूआत है

बस्ती।अतीत से वर्तमान तक पुस्तक का विमोचन सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र दूबे, प्रसिद्ध विद्वान वागीश शुक्ल, जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन, पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा, प्राचार्य डाॅ0 रधुवंश मणि त्रिपाठी, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती रूपम मिश्रा ने भारत रत्न पं0 अटल बिहारी पे्रक्षागृह में किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप जलाकर तथा मा सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण से हुआ। इस अवसर पर राजकीय कन्या इण्टर कालेज की अध्यापिका श्रीमती मानवी सिंह ने सरस्वती बन्दना प्रस्तुत किया तथा छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।

अपने सम्बोधन में प्रोफेसर सुरेन्द्र दूबे ने कहा कि बस्ती के बारे में यह पुस्तक नयी पीढी का मार्गदर्शन करेगी। 1885 में स्थापना के बाद से बस्ती की विकास यात्रा इस पुस्तक में दर्शायी गयी है। बस्ती के बारे में जानने के इच्छुक लोगों को यह प्रमाण के रूप में एक अभिलेखीय साक्ष्य है। इस पुस्तक में बस्ती के इतिहास के साथ-साथ कविता, निबन्ध, कहानी तथा अन्य सामग्री भी पढने को मिलेगी।

जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कहा कि बस्ती के बारे में लिखने की यह शुरूआत है। उन्होने विश्वास व्यक्त किया कि इसके बाद और भी किताबे बस्ती पर लिखी जायेंगी। उन्होने साहित्यकारों का सम्मान किए जाने की ओर समाज का ध्यान आकृष्ट किया। पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने कहा कि गूगल, व्हाट्सएप, फेसबुक पर सूचनाए बहुत है परन्तु प्रामाणिकता की कमी है। यह पुस्तक बस्ती के बारे में प्रामाणिकता की कमी को दूर करती है।

प्राचार्य डाॅ0 रधुवंशमणि त्रिपाठी ने पुस्तक के विभिन्न पहलुओ पर प्रकाश डालते हुए आचार्य राम चन्द्र शुक्ल, सर्वेश्वर दयाल सक्सेना तथा अन्य साहित्यकारों के योगदान को याद किया। पुस्तक के सम्पादक अष्टभुजा शुक्ला ने पुस्तक के लेखन यात्रा के बारे में जानकारी दिया। समारोह को वागीश शुक्ल, श्रीमती रूपम मिश्रा, डाॅ0 रामदत्त पाण्डेय तथा प्रकाशक विनोद कुमार शुक्ल ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन अंतिमा ने किया। इस अवसर पर साहित्यकार उ0प्र0 के कबीर साहित्य पुरस्कार से सम्मानित राजेन्द्र नाथ तिवारी, रामनरेश सिंह मंजुल, प्रेस क्लब अध्यक्ष विनोद कुमार उपाध्याय, दिनेश पाण्डेय, एसके सिंह, प्रदीप पाण्डेय, मानस शुक्ल, सतेन्द्रनाथ भोलू तथा गणमान्य नागरिक, साहित्यकार एवं पत्रकारगण उपस्थित रहे।