Monday, July 1, 2024
बस्ती मण्डल

सीफॉर के सहयोग से आयोजित हुई राज्यस्तरीय मीडिया कार्यशाला

बस्ती। भारत में बनी कोरोना की वैक्सीन की मांग पूरी दुनिया में है। वैक्सीन सुरक्षित और कारगर है। यूपी में कोविड टीकाकरण का ग्राफ बढ़ाने के लिए एक खास रणनीति पर भी कार्य हो रहा है। यह कहना है स्वास्थ्य विभाग के राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अजय घई का। डा.ॅ घई बुधवार को सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) के सहयोग से आयोजित राज्यस्तरीय ऑनलाइन मीडिया कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। इसमें जिले के भी मीडिया कर्मी बड़ी संख्या में जुड़े।
डॉ. घई ने बताया कि हमारी वैक्सीन से अभी तक किसी भी तरह के बड़े दुष्प्रभाव की बात सामने नहीं आई है। 50 वर्ष से अधिक आयु वर्ग को भी यह टीका अगले माह से लगना शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि किसी को टीका लगवाने की सूचना वाला एसएमएस नहीं मिला है, तो वह किसी भी सत्र में जाकर अपना फोन नंबर देकर टीका लगवा सकता है। इस बीच यदि किसी कर्मचारी की तैनाती अन्य जिले में हो जाती है तो उनके लिए इंटर डिस्ट्रिक्ट पोर्टेबिलिटी सिस्टम के जरिए उसे प्रतिरक्षित किया जाएगा। बताया कि यूपी के कुछ जिलों में कोविड टीकाकरण करीब 90 प्रतिशत हुआ है वहीं कहीं पर यह आंकड़ा 16 प्रतिशत ही है।
उन्होंने बताया कि फिलहाल कोरोना का संक्रमण सरकार और जनसहयोग से कम तो हुआ है लेकिन कई देशों में अब भी यह संक्रमण उच्चस्तर पर है। ऐसे में इस वैश्विक महामारी से बचने के लिए हम सभी को और सावधान रहने की जरूरत है। टीका लगने के बाद यदि कोई प्रतिकूल प्रभाव दिखता है तो प्रदेश हेल्प लाइन नंबर 104 पर सम्पर्क करें।
इस मौके पर यूएनडीपी डॉ. अहमद अब्बास आगा और यूनिसेफ के डॉ. प्र्रफुल भारद्वाज ने टीकाकरण पर सवालों के जवाब दिए।

हर तीन में एक बच्चे को पड़ रही आईसीयू की जरूरत
वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ, एसजीपीजीआई डॉ. पियाली भट्टाचार्य ने बताया कि अन्य देशों में हर तीन संक्रमित बच्चों में से एक बच्चे को आईसीयू की जरूरत पड़ रही है। वहीं भारत में भी बच्चों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जिनमें कि वयस्कों के बराबर ही संक्रमण है। खतरा अभी टला नहीं है। अब स्कूल भी खुल गए हैं, इनमें ऐसे बच्चे भी होंगे जिनको कोविड का लक्षण नहीं है लेकिन वह कोविड मरीज के संपर्क में रहे हैं या फिर वह तथा उनके परिजन अधिकांश समय पर यात्रा पर रहे हैं। ऐसे बच्चों को स्कूल नहीं जाना चाहिए। यदि जाते भी हैं तो आरटीपीसीआर जांच करवा कर ही जाएं।

थकान या बुखार साइड इफेक्ट नहीं
केजीएमयू के रेस्पेरेट्री विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सूर्यकान्त ने कोविड टीकाकरण के बाद शरीर में होने वाले प्रभाव के बारे में बताया कि इस टीकाकरण के बाद सामान्य तौर पर थकान, बुखार आना कोई साइड इफेक्ट नहीं बल्कि यह उसके प्रभाव को दिखाता है। वैक्सीन लगवाने से पहले लगाने वाले को अपने स्वास्थ्य के बारे में पूरी जानकारी दें। हम तभी सुरक्षित हो पाएंगे जब समुदाय में हार्ड इम्युनिटी डेवलप हो जाए। इसके लिए 60 से 70 प्रतिशत लोगों को टीका लगवाना अनिवार्य है। कोविड टीकाकरण अभियान को हम सभी को जश्न के रूप में मनाना चाहिए। लेकिन इस जश्न में कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन अवश्य करें।