कोरोना ने कर दिया मानव जीवन त्रस्त
कोरोना ने कर दिया मानव जीवन त्रस्त।
धीरे-धीरे प्रगति का मिहिर हो रहा अस्त ।।
आया है जिस रोज से सखी करोना कॉल ।
पिया मिलन होती नहीं जीवन है बेहाल ।।
कोरोना ने ”भास्कर” दिया इस तरह घाव ।
रोजगार पर पड़ा है सबसे अधिक प्रभाव।।
किया वक्त ने ”भास्कर” जब से डाउन लाक।
हर गरीब का हो गया तबसे दामन चाक ।।
सोशल डिस्टेंसिंग करो,रहो चार गज दूर ।
कोरोना को ”भास्कर”कर दो चकनाचूर।।
कोरोना ने दिया है बहुत बड़ा संताप ।
मास्क लगाकर निकलिए घर से अपने आप।।
धीरज रखो आएगा फिर से नया प्रकाश।
हो जाएगा शीघ्र ही कोरोना का नाश।।
अर्थव्यवस्था देश की आज रही है डूब।
पटरी पर ले आइए मेहनत करिए खूब।।
मनोयोग से भास्कर ऐसा करें उपाय।
कोरोना इस देश से हार मानकर जाय।।
डॉक्टर भास्कर शर्मा
सिद्धार्थ नगर, उत्तर प्रदेश