लोग जो मोमिन की बातों पे फ़िदा हो जायेंगे
है यकीं मुझको कि वो भी परसा हो जायेंगे
ज़ुल्म तुम ठाते रहे और ज़ुल्म हम सहते रहें
एक दिन आएगा हम दोनो फ़ना हो जायेंगे
हो रहा है शक हमारी प्यार की हर बात पर
लग रहा है आप जल्दी बेवफ़ा हो जायेंगे
बोलना है झूठ हमको आजकल इस शह् र में
सच अगर बोलेंगे तो सारे खफ़ा हो जायेंगे
आदमी बनकर जो आए थे हमारे गांव में
क्या पता था दिल्ली जाते ही ख़ुदा हो जायेंगे
रख दो तुम इन पत्थरों को एक मंदिर में किसी
देखते ही देखते सब देवता हो जायेंगे
विनोद उपाध्याय हर्षित
अध्यक्ष प्रेस क्लब बस्ती
मोबाइल 9450558163