Sunday, July 7, 2024
बस्ती मण्डल

बंजरिया स्थित सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस फॉर फ्रूट में बढ़े हुए दरों पर पर मिलेंगे आम के पौधे

बस्ती: देश भर में आम के उन्नत देशी, विदेशी और रंगीन आम के किस्मों के लिए विख्यात उद्यान महकमें के बंजरिया में स्थित इंडो इजरायल ऑफ़ एक्सीलेंस फॉर फ्रूट में तैयार किये जाने वाले कलमी आम पौधों के दरों में बढ़ोतरी की गई है. वहीँ जिले के बाहर से आने वाले बागवान अब केंद्र में उपलब्ध आम के मदर प्लांट से साइनउड क्रय कर खुद ही अपने बगीचें में उन्नत किस्मों के पौध तैयार कर सकेंगे. इसके अलावा बंजरिया स्तिथ पौधशाला में पौध उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के लिए भी शासन को प्रस्ताव भेजा गया है.

पौधशाला की क्षमता बढ़ाने के लिए भेजा गया प्रस्ताव
बस्ती उद्यान महकमें में संयुक्त निदेशक उद्यान वीरेन्द्र सिंह यादव नें बताया की बंजरिया स्थित इंडो इजरायल ऑफ़ एक्सीलेंस फॉर फ्रूट आम की उन्नत किस्मों के पौध उत्पादन के उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में अग्रणी है. उन्होंने बताया की केंद्र पर वेंटीलेटेड पाली हाउस व नेट हॉउस तैयार होने वाले पौधों को सरकारी रेट पर उपलब्ध कराया जाता है. उन्होंने बताया की केंद्र के पौध उत्पादन की क्षमता करीब 30 हजार पौधों की है जबकि यहाँ उत्तर प्रदेश के जिलों के अलावा देश के तमाम हिस्सों से लोग आम के पौधे क्रय करने आते हैं. ऐसे में मांग की अपेक्षा अभी भी पौधे तैयार नहीं हो पा रहें हैं. इसी लिए पौधशाला में पौध उत्पादन की क्षमता बढ़ाने के लिए भी शासन को प्रस्ताव भेजा गया है. अगर शासन द्वारा प्रस्ताव स्वीकार किया गया तो केंद्र के पौधशाला के पौध उत्पादन की क्षमता दोगुनी हो जायेगी.
संयुक्त निदेशक उद्यान बस्ती नें बताया की पिछले कई वर्षों से पौधशाला में बहुत कम दर पर आम के पौधे किसानों और बागवानो को उपलब्ध कराया जा रहा था. जबकि पौधों के तैयार करने की लागत विक्री दर से दो गुने से भी ज्यादा था. इस लिए निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण उत्तर प्रदेश नें पत्र प्रेषित कर केंद्र में तैयार होने वाले आम पौधों के दरों में संशोधन किया है.
संयुक्त निदेशक उद्यान वीरेन्द्र सिंह यादव नें बताया की केंद्र पर तैयार होने वाले आम के रंगीन पौधें जैसे अम्बिका, अरुनिका, पूसा सूर्या, पूसा श्रेष्ठ, पूसा लालिमा, पूसा पीताम्बर, पूसा प्रतिभा, टॉमी एटकिन्स, सेंसेसन, पूसा मनोहरी सहित एक्सपोर्ट किस्मों की पौध तैयार करने लागत दर करीब 120 रुपये आती है जिसे अब 122 रूपये प्रति पौध की दर से विक्री किया जाएगा. वहीँ आम की परम्परागत किस्में जैसे दशहरी, वाराणसी लंगड़ा, लखनऊ सफेदा सहिंत अन्य परम्परागत किस्मे लागत दर 100 की अपेक्षा 102 रूपये में उपलब्ध होंगी
बाहर के किसान घर पर तैयार कर सकेंगे पौधे
संयुक्त निदेशक उद्यान वीरेन्द्र सिंह यादव नें बताया की जिले व राज्य से बाहर के किसानों के लिए यहाँ से तैयार पौधों के क्रय कर ले जाने में परेशानी होती थी क्यों की एक पौध में करीब 6 किलो मिट्टी का उपयोग होता है. ऐसे परिवहन के दौरान पौधों के नुकसान होने की सम्भवना बढ़ जाती थी. लेकिन अब किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आम के मदर प्लांट से साइनउड क्रय कर खुद ही अपने घर पर पौधे करने की सुविधा प्रदान की गई है. उन्होंने बताया कि प्रति साइनउड का विक्रय मूल्य 15 रुपया रखा गया है. उन्होंने बताया की केंद्र द्वारा इस सुविधा के शुरू किये जाने से रंगीन आम की किस्मों के पौधों की डिमांड पूरी करने की समस्या का समाधान किया जा सकेगा.
एक पौध में कई किस्मों के आम का पौध भी होता है तैयार, तय हुआ विक्री मूल्य
संयुक्त निदेशक उद्यान बस्ती नें बताया की केंद्र में एक मूलवृंत यानी बीजू पौधे में ग्राफ्टिंग द्वारा 4 से 6 किस्मों के पौधों की कलम बांधी जा रही है. जिसमें एक पौधे के वास्तविक विक्री मूल्य के साथ प्रति ग्राफ्ट 50 रुपया अतरिक्त का भुगतान करना होगा.
उन्होंने बताया की बस्त के बंजरिया स्थित पौधशाला के पौधों की गुणवत्ता और किस्मों के चलते हर रोज सैकड़ों की संख्या बाहर से बागवान पौधे क्रय करने आते हैं. उन्होंने बताया की स्थानीय और बाहर से आने वाले सभी लोगों को किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़ें इसके लिए महकमा उनका पूरा ख्याल रखता है. उन्होंने बताया की बस्ती का उद्यान विभाग पौधों की विक्री से प्रदेश में सबसे ज्यादा राजस्व अर्जित करने वाली पौधशालाओं में शामिल है जिसे दोगुना करने का प्रयास किया जा रहा है.