Wednesday, May 8, 2024
धर्म

भागवत तो साक्षात भगवान का स्वरुप है-डां. कौशलेंद्र कृष्ण शास्त्री महराज

बस्ती । श्रीमद् भागवत कथा के पंचम दिन योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की अद्भूत कथा को सुनकर श्रद्वालु जन आनन्द विभोर हो उठे। प्रसिद्ध कथा वाचक डांट. कौशलेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की सुन्दर कथा का वर्णन करते हुए कहा जो प्राणी अपने आराधना के श्रद्वापुष्प प्रभु श्रीकृष्ण के चरणों में अर्पित करता है,अर्थात् जो श्रीकृष्ण की शरणागत है वह सदा अभयत्व पूर्ण जीवन जीकर मुक्ति का अधिकारी बनता है। तथा उसके रोग, शोक, दुःख, द्ररिदता एंव विपदाओं का हरण हो जाता है। महाराज ने कहा कि भागवत तो साक्षात भगवान का स्वरुप है। इसके ज्ञान मात्र से ही मानव धन्य हो जाता है। वास्तविक व्यक्ति तो वही है जो इसके गुणों को अपनाता है। श्रीमद्भागवत मे भगवान ने कहा कि जब मनुष्य में अहम हो जाएं वहां मेरा दर्शन नहीं हो सकता। ईश्वरीय प्रेम के बिना मानवीय जीवन का कल्याण नहीं हो सकता। उन्होनें कहा धन का लालच मनुष्य को अंधा बना देता है इससे सबसे उपर उठकर श्रीकृष्ण की कृपा पात्र बनों।उन्होनें कहा श्रीमदभागवद कथा मनुष्य को सन्मार्गी बनने की प्रेरणा देती है, यह आत्मा से परमात्मा का मिलन कराते हुए ईश्वरीय शक्ति का साक्षात्कार कराती है,
श्रीं कृष्ण जन्म की कथा के साथ पंचम दिवस की मंगलमयी कथा में, वामन अवतार की कथा गजेंद्र मोक्ष की कथा, समुद्र मंथन की कथा, भक्त अंबरीष का चरित्र, राम जन्म, मत्स्य अवतार, सत्य व्रत राजा व सगर की कथा, गंगा माता की कथा, एवं नंदोत्सव, की कथाओं के साथ-साथ प्रभु के पावन चरित्र का सुंदर वर्णन किया। ज्योतिष गुरू पंडित अतुल शास्त्री सूरज दास द्वारा पूजन सम्पन्न हो रहा है साथ ही मुख्य यजमान रामप्रसाद त्रिपाठी,पंडित सरोज मिश्र,पंडित चंद्र प्रकाश पाण्डेय,राहुल पाण्डेय,जगदीश शुक्ल,रामतेज चौधरी, विष्णु मिश्र,शिवांस त्रिपाठी,महेंद्र नाथ यादव,शैलेश दूबे, राकेश,पवन कुमार, पुनीत दत्त ओझा, सहित काफी संख्या में श्रद्धालु कथा में भाव विभोर होकर भगवान जन्म की कथा श्रवण किया ।