Monday, May 20, 2024
बस्ती मण्डल

टैक्स लेते हैं तो सुविधायें देनी होंगी- आनंद राजपाल

बस्ती, 31 जनवरी। 16 अक्टूबर को ज्ञापन देकर नगरपालिका क्षेत्र की समस्याओं के समाधान की मांग करने के बाद व्यापारियों ने आज नगरपालिका गेट पर धरना दिया। बताया गया कि पूर्व में दिये गये ज्ञापन को नगरपालिका प्रशासन ने बिलकुल गंभीरता से नही लिया। छाती पर छढ़कर व्यापारियों से टैक्स लेकर देय सुविधाओं से मुह मोड़ना बिलकुल नही चलेगा। इसके लिये आरपार का संघर्ष होगा। सदर तहसीलदार वीरबहादुर सिंह ने व्यापारियों से ज्ञापन प्राप्त किया।

बस्ती उद्योग व्यापार प्रतिनिध मंडल के जिलाध्यक्ष आनंद राजपाल ने कहा नगरपालिका चुनाव के दौरान हमने वादा किया था कि हमारा प्रत्याशी चुनाव जीतकर आया तो हर महीने श्वेत पत्र जारी कर आय व्यय का व्योरा देंगे और यदि हमारा प्रत्याशी चुनाव नही जीता तो जो भी आयेगा उसे पाई पाई का हिसाब देते हुये जनसुविधायें मुहैया करानी होंगी। लेकिन नगरपालिका ने मनमाना किराया बढ़ा दिया, रजिस्ट्रेशन पर व्यापारियों का उत्पीड़न शुरू हो गया, पार्किंग सुविधा नही है, रोड लाइटें खराब पड़ी हैं, छुट्टा पशुओं और सड़क के गड्ढों से मुक्ति नही मिली। आनंद राजपाल ने कहा व्यापारी निरीह नही रहा, अपना हक छीन लेने की कूबत व्यापारियों में है। उन्होने व्यापारियों का आवाह्न करते हुये कहा ‘तुम मुझे समय दो मै तुम्हे समाधान दूंगा’।

महामंत्री सूर्यकुमार शुक्ल ने कहा व्यापारी टकराहट नही चाहता लेकिन नगरपालिका का भ्रष्ट प्रशासन इसके लिये मजबूर कर रहा है। नतीजा जो भी हम टैक्स देते हैं तो सुविधायें भी चाहते हैं। प्रशासन ये धारणा बदल ले कि हम व्यापारी आंख मूंदकर सबकुछ देखते रहेंगे। उन्होने लाइसेंस शुल्क समाप्त करने, अवैध तरीके से लागू किये गये हाउस टैक्स वाटर टैक्स की पिछले वर्षों से वूसली वापस लेने, दुकानों के किराये में मनमाना वृद्धि वापस लेने, पार्किंग की समुचित व्यवस्था प्रदान करने, छुट्टा जानवरों, गड्ढों वाली सड़कों तथा अतिक्रमण से निजात दिलाने, बगैर नोटिस दुकानों को न उजाड़ने तथा समस्याओं के निदान के लिये व्यापारी सेल का गठन करने की मागें प्रमुखता से उठाई गईं।

धरने को धरने को मीडिया जिला प्रभारी अशोक श्रीवास्तव, डब्बू श्रीवास्तव, नगर अध्यक्ष प्रभात सोनी, सुनील कुमार गुप्ता, आशुतोष पाण्डेय तथा अरूण कुमार सिंह ने भी सम्बोधित किया। धरने का सफल बनाने में अदालत प्रसाद, राना प्रताप सिंह, नीरज कसौधन, अश्वनी कुमार, सतीश सोनकर, बैजनाथ अग्रहरि, हर्षित अग्रवाल, शरद कुमार सोनी, देवेन्द्र श्रीवास्तव, शेषनरायन गुप्ता, तमसीर हसन, माजिद खान, नोमान अहमद, ऋषभ गुप्ता, परशुराम, रविन्द्र कश्यप, अभय सिंह, संजय जायसवाल, पवन शुक्ला, अमर सिंह, प्रमोद श्रीवास्तव, विकास गुप्ता, विवेक सोनी, विजय जायसवाल, झिनकान प्रसाद, संजय कुमार, रितेश, विद्यासागर गुप्ता, प्रेमचन्द, गौरीशंकर सहित तमाम व्यापारियों का योगदान रहा।