Tuesday, June 25, 2024
बस्ती मण्डल

पापियों के नाश के लिए धरती पर होता है भगवान का अवतार :-पंडित ज्ञान चंद द्विवेदी

-+भगवान के जन्म के बाद चतुर्वेदी परिवार के गाव भिटहा में खूब मनाई गयीं खुशिया उत्सव में डूबे श्रद्धालु

संतकबीरनगर:-सामाजिक सरोकार सहित धार्मिक कार्यो में हमेशा रुचि रखने वाले चतुर्वेदी परिवार के गाव भिटहा स्वर्गीय पंडित सूर्य नारायण चतुर्वेदी के स्मृति में नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया है कथा के पांचवें दिन भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई पूर्व विधायक जय चौबे के साथ सूर्या एकेडमी के निदेशक डॉक्टर उदय प्रताप चतुर्वेदी ने अपनी माता चंद्रावती देवी छोटे भाई राकेश चतुर्वेदी के साथ कथा वाचक को अंग वस्त्र भेंट करते हुए कथा की शुरुआत की ।

कथा में पहुंचे खलीलाबाद सदर से पूर्व विधायक जय चौबे ने कथावाचक और पुरोहितों में अंग वस्त्र भेट करते हुए आशीर्वाद लिया। श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कथा वाचक ने बताया कि किस तरह देवकी के गर्भ से आठवीं संतान के पैदा होने के बाद वासुदेव जी महाराज भगवान कृष्ण को बदलकर उनकी जगह पर योग माया को लेकर आए। भगवान कृष्ण को गोकुल में यशोदा मैया की गोद में देकर आ गए। यशोदा मैया की गोद में तो कन्या पैदा हुई थी। भगवान की लीला हुई। वासुदेव जी को आकाशवाणी से हुक्म हुआ कि लाला को नंद बाबा के घर यशोदा मैया के पास छोड़कर कन्या को लेकर वापस कंस की जेल में आना है।नंदलाल के पैदा होने की खुशी में नंद बाबा के यहां उत्सव शुरू हो गया। बधाई देने वालों का तांता लग गया। इधर कंस को जब पता चला कि देवकी के आठवां बच्चा पैदा हो गया है। उन्होंने बच्ची को मारने की जब कोशिश की। वह योगमाया का रूप लेकर आकाश में चली गई। वहां उन्होंने भविष्यवाणी की कि तेरे मारने वाला तो गोकुल में पैदा हो चुका है, कंस ने सभी नए जन्मे बच्चों को मारने के लिए पूरी कोशिश की परंतु वह किसी भी तरह भगवान कृष्ण का बाल भी बांका नहीं कर पाए।इस तरह से बहुत सारे अत्याचार किए परंतु भगवान अपने बाल रूप में अनेक लीलाएं करते आगे बढ़ते गए। चतुर्वेदी परिवार के गांव भिटहा कृष्णा जन्मोत्सव के अवसर पर लोग श्रीमद् भागवत कथा सुनने पहुंचे लोग भगवान के अवतार पर नाचते हुए दिखे डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी में भगवान के जन्म पर पुरस्कारों की बौछार लगा दी।