Wednesday, July 3, 2024
बस्ती मण्डल

दलितों का उत्पीड़न बढा, नहीं हो रही है सुनवाई – राम जियावन

बस्ती । उत्तर प्रदेश में दलितों, अनुसूचित जाति, जन जातियों का खुलकर उत्पीड़न हो रहा है और थाना, तहसील आदि में उनकी सुनवाई नहीं हो पा रही है। दलितों के उत्पीड़न के विरोध में कांग्रेस आगामी 26 नवम्बर को संविधान दिवस के दिन धरना प्रदर्शन कर उ.प्र. अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन आलोक प्रसाद को तत्काल रिहा करने की मांग को लेकर जिलाधिकारी को संविधान की प्रति और आलोक प्रसाद का चित्र सौंपेगी। मंगलवार को पार्टी कार्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुये पूर्व विधायक राम जियावन ने कहा कि गरीबों, दलितों, दबे कुचले समाज की आवाज उठाने पर भाजपा की सरकार लोगों को मनमाने तरीके से गिरफ्तार कर उत्पीड़न कर रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
उ.प्र. अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश सचिव अमित कन्नौजिया ने हाथरस, बलरामपुर, आगरा सहित प्रदेश के अनेक जनपदों में दलित बेटियों पर हो रहे जुल्म, अत्याचार की विस्तार से जानकारी देते हुये कहा कि भाजपा सरकार में पुलिस सच की जगह दबाव प्रभाव में काम कर रही है। इन घटनाओं को लेकर दलित समाज के लोग स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष अंकुर वर्मा ने पत्रकारों को बताया कि पार्टी दलित उत्पीडन के सवाल पर गंभीर है और हर स्तर पर संघर्ष किया जायेगा। कांग्रेस कार्यकर्ता गिरफ्तारी या उत्पीड़न से डरने वाले नहीं है।
अनुसूचित जाति विभाग के जिलाध्यक्ष बृजेश कुमार ने पत्रकारों को बताया कि संविधान दिवस के दिन धरना प्रदर्शन की तैयारी हो चुकी है। पदाधिकारी और कार्यकर्ता शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर आलोक प्रसाद के रिहाई की मांग करेंगे। कहा कि उनकी गिरफ्तारी पूरी तरह से असंवैधानिक है। प्रेस वार्ता में अंकित कुमार, शकुन्तला देवी, संजय कुमार आदि शामिल रहे।