Saturday, May 18, 2024
बस्ती मण्डल

बाबा साहब के परिनिर्वाण दिवस पर कैंडल मार्च के साथ माल्यर्पण कर उन्हें याद किया गया

बस्ती। ब्लॉक बहादुरपुर के ग्राम सभा डारीडीहा में बाबा साहब डाॅ भीम राव अम्बेडकर जी के 68 वें महापरिनिर्वाण दिवस पर ग्राम बेईली, सेमरा पूरे प्रसाद के सैकड़ों लोगों ने डारीडीहा अम्बेडकर पार्क से सेमरा पूरे प्रसाद श्री संत शिरोमणि रविदास मंदिर तक कैंडल मार्च किया जय भीम के नारे लगाए।

भारतीय संविधान के जनक डॉ भीमराव अंबेडकर एक बड़े समाज सुधारक और विद्वान थे। उन्हें अपने कार्यों और विद्वानता के लिए जाना जाता है। लेकिन 6 दिसंबर 1956 को संविधान के जनक पंचतत्वों में विलीन हो गए डॉ अंबेडकर की डेथ एनिवर्सरी को महापरिनिर्वाण दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
डॉ भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण के रूप में क्यों मनाया जाता है?
दरअसल अंबेडकर ने हमेशा ही दलितों की स्थिति में सुधार लाने के लिए काम किया। छुआछूत जैसी कुप्रथा को खत्म करने में भी उनकी बड़ी भूमिका मानी जाती है। उनके अनुयायियों का ये मानना है कि उनके गुरु भगवान बुद्ध की तरह ही वे भी काफी प्रभावी और सदाचारी थे और उनके कार्यों की वजह से उन्हें निर्वाण प्राप्त हो चुका है। यही कारण है कि उनकी पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।
महापरिनिर्वाण एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है मुक्ति। बौद्ध धर्म के प्रमुख सिद्धांतों और लक्ष्यों में से एक है। इसका मतलब ‘मौत के बाद निर्वाण’ है। बौद्ध धर्म के अनुसार, जो निर्वाण प्राप्त करता है वह सांसारिक इच्छाओं और जीवन की पीड़ा से मुक्त होगा और वह जीवन चक्र से मुक्त होगा यानी वह बार-बार जन्म नहीं लेगा। चंबल वाले गुरु जी के नाम से प्रसिद्ध समाजसेवी आदिल खान ने बताया कि 6 दिसंबर 1956 को उनकी मृत्यु के बाद, उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार के लिए मुंबई के दादर चौपाटी में लाया गया, जिसे अब चैत्य भूमि के नाम से जाना जाता है। हर साल, इस दिन हजारों अनुयायी महान नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए चैत्य भूमि पर इकट्ठा होते हैं।
इस कार्यक्रम में ASP युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष अमित कुमार उर्फ डी सी भैया,रंजना बौद्ध,कन्हैया लाल,प्रेमशीला,विजय कुमार,मैना देवी,राजेंद्र, अभिषेक कुमार,सोनू निगम,ओमकार कुमार राना , मालती देवी, संदीप गौतम,मोहित , लाल बहादुर,सुजीत गौतम माया , कुसुम, किशनावती, उर्मिला , शिवांगी,सहित सैकड़ों लोगों ने 1 मिनट का मौन रख श्रद्धा सुमन के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की हैl