Saturday, May 18, 2024
बस्ती मण्डल

शरद कालीन गन्ने के साथ सहफसली खेती कैसे करें-डॉक्टर ओपी गुप्ता

कप्तानगंज,बस्ती। कप्तानगंज विकासखंड के बैहार ग्राम पंचायत सचिवालय में गोरखपुर स्थित उत्तर प्रदेश गन्ना विकास संस्थान प्रशिक्षण केंद्र, पिपराइच के वैज्ञानिक डॉक्टर ओपी गुप्ता ने गन्ना किसानों को गन्ने की खेती के साथ-साथ अन्य सहफसली खेती कर ज्यादा से ज्यादा आय बढ़ाने के तरीकों को बारीकी से बताया। जिसमें डॉक्टर गुप्ता ने कहा कि गन्ने की कई प्रजातियां हैं। जिनकी खेती के साथ सरसों,बैगन,भिंडी, लहसुन,आलू,मसूर, खीरा,कद्दू,टमाटर फूलगोभी,लहसुन एवं प्याज की खेती कर अपनी आई बढ़ा सकते हैं। परंपरागत खेती से किसानों को नुकसान हो रहा है।अपने गन्ने के फसल के साथ-साथ सहफसली खेती कर ज्यादा लाभ कमाया जा सकता है। किसान भाई गन्ना की बुवाई 4 फीट की दूरी पर करें, तथा खाली जमीन में अन्य फसल उगाएं। किसान भाई किसी भी प्रस्थित में 238 वैरायटी गन्ना न बोये।क्योंकि गन्ना मिलों द्वारा इस वैरायटी की खरीद बंद कर दिया है। ज्येष्ठ गन्ना निरीक्षक बस्ती अमरनाथ दुबे ने बताया कि किसी भी गन्ना पौधशाला से गन्ने का बीज लेने पर किसानों को ₹50 प्रति कुंतल अनुदान दिया जाएगा।इसका लाभ किसान ले सकते हैं। जिला गन्ना अधिकारी मंजू सिंह के अनुसार 90,139 हेक्टेयर गन्ना का क्षेत्रफल बढ़ा है। जिसमें वर्ष 2022-23 में जिले का गन्ना क्षेत्रफल 54,865 हेक्टेयर तथा वर्ष 2023-24 में 64000 हो गया। आकाशवाणी गोरखपुर के कृषि अनुभाग के उद्घोषक केसी चौधरी ने मृदा परीक्षण के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि किसान अपने खेत की मिट्टी की जांच संबंधित जिले की प्रयोगशाला से कराकर संतुलित खादों का प्रयोग कर अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं तथा अनावश्यक रूप से जिन खादों की आवश्यकता फसलों के लिए नहीं है।उनकी मात्रा को संतुलित कर अधिक उत्पादन लिया जा सकता है साथ ही खाद के लिए अनावश्यक रूप से लगने वाले व्यय को भी कम किया जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन पूर्व जिला पंचायत सदस्य बलराम चौधरी ने किया इस अवसर पर चंद्र प्रकाश मिश्रा,पिंटू पांडे,राम लखन चौधरी,जसवंत यादव,रामजी यादव, रामचंद्र चौधरी बालमुकुंद,मोनू ओझा, राम शब्द,राम बुझारत गुप्ता तथा भरत राम चौधरी सहित तमाम किसान उपस्थित रहे।