भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान बहुत महत्वपूर्ण होता है
बस्ती। गुरु पूर्णिमा के पावन पवित्र अवसर पर अखंड एवं संकल्प चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित आस्था आयुर्वेदिक एक्यूप्रेशर सेंटर कटेश्वर पार्क बस्ती पर ऑफलाइन एवं ऑनलाइन गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम मनाया गया। गुरु पूर्णिमा के मुख्य अतिथि अखंड रिसर्च एवं ट्रीटमेंट इंस्टिट्यूट की अध्यक्षा प्रोफेसर डॉ अर्चना दुबे जी ने बताया कि भौतिक और पराभौतिक रूप से गुरु ब्रह्मऋषि माता प्रसाद खेमका एवं डॉ जी सी अग्रवाल जी की अनुकंपा हम सभी के साथ हैं l भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान बहुत महत्वपूर्ण होता है। गुरु को भगवान से भी ऊंचा दर्जा दिया जाता है। गुरु ज्ञान देते हैं और जीवन की सही दिशा बताते हैं। गुरु की महिमा और महत्व सभी तक पहुंचाने के लिए प्रतिवर्ष आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के तौर पर मनाते हैं।
संस्थान के निदेशक प्रो.डॉ नवीन सिंह ने बताया कि पौराणिक ग्रंथों के मुताबिक, इस दिन महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था। इस पर्व को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी यज्ञ हवन के साथ गुरु पूर्णिमा 03 जुलाई 2023 को मनाई जा रही है। गुरु पूर्णिमा के खास मौके पर प्रिय गुरुजनों का आभार व्यक्त कर और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैँ।
कार्यक्रम का संचालन डॉ विजय कपूर ने किया और कहा की गुरु के सानिध्य में किया गया सेवा कार्य हमेशा सफल रहा है गुरु भक्ति का एक समुंदर है और दया का सागर गुरु है राजी तो सब राजी और बताया कि इस कार्यक्रम में भारत के सभी राज्यों से जुड़े हुए चिकित्सक बंधु हैँ जिसमें सन्नो दुबे, मनीषा सिंह, श्रवण कुमार गोंड, सारांश पाठक, बिंदु मित्तल, इंदिरा नारायण, अब्दुल अब्बास,ज्योति राघव अमित कपूर ईश्वर सोनी मंजू, पंकज कुमार,प्रियंका साहू,बाबू राम सिंह,संगीता श्रीवास्तव सेवक दिनेश रीना राय, पवन, हरिहर जी आदि सदस्य मौजूद रहे।