Tuesday, May 21, 2024
बस्ती मण्डल

महात्मा कबीर की निष्पक्षता और धर्मनिरपेक्षता हमेशा समाज का मार्गदर्शन करती रहेगी

बस्ती, 06 जून। कबीर साहित्य सेवा संस्थान की ओर से कलेक्ट्रेट परिसर में महात्मा कबीर की जयंती मनाई गयी। इस उपलक्ष्य आयोजित गोष्ठी में मुख्य अतिथि पण्डित चन्द्रबली मिश्र ने कहा कबीर के विचार सदियों तक प्रासंगिक रहेंगे। महात्मा कबीर की निष्पक्षता और धर्मनिरपेक्षता हमेशा समाज का मार्गदर्शन करती रहेगी। उन्होने कहा कबीर का जीवनवृत्त हमारे लिये प्रेरणास्रोत है।

विशिष्ट अतिथि वीके मिश्रा ने कबीर जाति धर्म नही इंसानियत के पुजारी के थे। व्यक्ति के अंदर इंसानियत हो तो धर्म और राष्ट्र का कभी अहित नही होगा। उन्होने ‘‘कबिरा कुआं एक है, पानी भरै अनेक, बरतन में ही भेद है, पानी सबमे एक‘‘ सुनाकर सभी धर्मो को एक बताने का प्रयास किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये वरिष्ठ साहित्यकार सत्येन्द्रनाथ मतवाला ने कहा कबीर को चापलूसी पसंद नही थी, वे समाज में सुधार लाना चाहते थे, उनके वचनों से कौन खुश और कौन नाराज होता इसकी उन्हे जरा भी फिक्र नही थी।

कार्यक्रम का संचालन करते हुये वरिष्ठ कवि डा. रामकृष्णलाल जगमग ने कहा कि कबीर युगदृष्टा थे। उन्हे मालूम था कि आज के 100 साल बाद का सामाजिक परिदृश्य कैसा होगा। उन्होने कटाक्ष का सहारा लिया और समाज के सभी सबकों को सबक सिखाया। आयोजक समाइन फारूकी ने सभी अतिथियों के प्रति हृदय से आभार जताया। इस अवसर पर असद बस्तवी, दीपक सिंह प्रेमी, राघवेन्द्र शुक्ल, दिनेश सिंह, अजमत अली सिद्धीकी, ओमप्रकाशधर द्विवेदी, डा. वी.के. वर्मा, पेशकार मिश्रा, दीनानाथ यादव आदि मौजूद रहे।