Saturday, May 18, 2024
बस्ती मण्डल

बस्ती की दो शिक्षिकायें श्रुति त्रिपाठी, सावित्री त्रिपाठी नवाचार के लिये सम्मानित

बस्ती। शैक्षिक नवाचार एसोसिएशन का वार्षिक अधिवेशन एवं सम्मान समारोह लखनऊ स्थित एक होटल में किया गया। इसमें बस्ती जनपद की दो नवाचारी शिक्षिकाओं श्रुति त्रिपाठी सहायक अध्यापक पूर्व माध्यमिक विद्यालय बटेला ब्लॉक साऊॅंघाट तथा सावित्री त्रिपाठी अंशकालिक शिक्षक कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय परशुरामपुर को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के शुभारम्भ में माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन के बाद श्रुति ने सुमधुर सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। वार्षिक अधिवेशन में प्रदेश अध्यक्ष मनोज सिंह की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय विषयगत शैक्षिक नवाचार कार्यशालाओं के आयोजन, शैक्षिक नवाचार संकलन, शैक्षिक भ्रमण, निपुण लक्ष्य, मण्डल व जिला स्तर पर शैक्षिक नवाचार कार्यक्रम तथा विभिन्न क्षेत्रों की टीम, एसोसिएशन की मजबूती हेतु प्रयास,कार्य योजना आदि बिन्दुओं पर चर्चा कर प्रस्ताव पारित किये गये । अधिवेशन को सम्बोधित करते हुए कहा कि राजीव कुमार विधायक, सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक शिक्षा निदेशालय ,अब्दुल मुबीन, उप शिक्षा निदेशक, प्राचार्य जिला एवं प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ अजय सिंह ने अपने सम्बोधन में शिक्षक और छात्र के मध्य समन्वय स्थापित करने, शैक्षिक नवाचारों के संकलन करने, कठपुतली द्वारा शिक्षण करने, राष्ट्रीय आय प्रतियोगिता आदि बिन्दुओं पर बस्ती की शिक्षिकाओं के कार्यों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। वरिष्ठ प्रवक्ता डायट लखनऊ ने बधाई देते हुए कहा कि मैंने आज तक इस प्रकार शिक्षकों के प्रतिकूल परिस्थिति में रहने के बाद भी अनवरत बच्चों के प्रति समर्पण को नहीं देखा।

गौरतलब है कि सावित्री त्रिपाठी पूर्व में कस्तूरबा परशुरामपुर में पूर्णकालिक शिक्षिका के रूप में तैनात थी, जहां उन्हें वार्डन का भी चार्ज मिला था। उस समय विद्यालय की छात्र संख्या जिले के अन्य सभी कस्तूरबा में सर्वाधिक हुआ करती थी बाद में उन्हें अंशकालिक शिक्षिका के रूप में कर दिया गया। अधिकार कम हो गए फिर भी शिक्षिका के जज्बे में कोई कमी नहीं आई आज भी मनोयोग से बच्चों के शिक्षा संवर्धन पर निरंतर कार्य कर रही हैं। वहीं बटेला की शिक्षिका श्रुति त्रिपाठी निरंतर अपने कार्यों से प्रदेश में नहीं वरन् देश में भी कई बार बस्ती का नाम रोशन कर चुकी हैं। अधिवेशन में मौजूद सभी प्रदेश के नवाचारी शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।