Friday, July 5, 2024
बस्ती मण्डल

भारत में लोकतंत्र खत्म करना चाहते हैं हिटलर को मानने वाले

बस्ती, 31 मार्च। हिटलर को मानने वाले भारत के लोकतंत्र के लिये खतरा बने हुये हैं। यह देश हिटलर, गोडसे और सावरकर को किसी कीमत पर बर्दाश्त नही करेगा। लोकतंत्र तथा संविधान का गला घोंटकर देशभर में संचालित की जा रही गतिविधियों का जनता मुंहतोड़ जवाब देगी। यह बातें कांग्रेस के पूर्व विधायक अंबिका सिंह ने कही। वे पार्टी दफ्तर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होने आगे कहा लोकतंत्र पर सुनियोजित हमले हो रहे हैं। समूचा विपक्ष एकजुट होकर सड़क से सदन तक संघर्ष कर रहा है। लोकतंत्र में यह पहली घटना हुई है जब विपक्ष के नेता की आवाज जनता में न पहुंचे और संसदीय रिकार्ड में न आये, उसे स्पंज कर दिया गया। इससे ज्यादा खराब और शर्मनाक स्थिति क्या होगी। पूर्व विधायक ने कहा सदन में दौरान राहुंल गांधी बेरोजगारों, गरीबों, मजदूरों, छात्रो नौजवानों की आवाज थे, भाजपा साजिश के तहत उनकी लोकसभा सदस्यता खत्म कर लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है।

लेकिन पण्डित नेहरू, इन्दिरा गांधी और राजीव गांधी तक सभी का इतिहास रहा है वे हिटलर और गोडसे के समर्थकों से लोहा लेते आये हैं, न डरे हैं और न डरेंगे। राहुंल गाधी भी इसी पंरापरा के पोषक हैं। इसके लिये कांग्रेस ने तमाम कुरबानियां दी हैं और आगे भी सिलसिला जारी रहेगा। कांग्रेस नेता ने कहा सैकड़ों करोड़ की सम्पत्ति को राष्ट्रीय घोषित करने वाले दल के मुखिया को बेघर किया जा रहा है, हास्यास्पद है। पूर्व विधायक ने चुनौती देते हुये कहा जिस इमानदारी का दावा करके बीजेपी सत्ता में आई थी वही वादा निभाते हुये भाजपा को पहले अपने नेताओं के घर और दफ्तरों में ईडी की छापेमारी करानी चाहिये, जिससे पूरा देश सच्चाई जान सके। दूसरे दलों के भ्रष्ट नेता भाजपा का दामन थामते ही गंगा नहा लिये।

पूर्व विधायक ने कहा हिटलर की तानाशाही को उसका जवाब मिला था, वही जवाब मौजूदा सरकार को भी समय आने पर जनता देगी। प्रदेश प्रवक्ता मो. रफीक खां ने कहा राहुंल गांधी देश की धड़कन हैं, वह हर उस दिल में अपना मुकमा बना चुके हैं जो लोकतंत्र के हिमायती हैं। पत्रकार वार्ता के समय नर्ववदेश्वर शुक्ल, ज्ञानेन्द्र पाण्डेय, रामभवन शुक्ल, गिरजेश पाल, महेन्द्र श्रीवास्तव, डा. वाहिद सिद्धीकी, अवधेश सिंह, राकेश पाण्डेय, नोमान अहमद, अलीम अख्तर, अतीउल्लाह सिद्धीकी, मंजू पाण्डेय, जगदीश शर्मा, नवीन कुमार श्रीवास्तव, ओमप्रकाश पाण्डेय, राजकुमार सिंह आदि की उपस्थिति रही।