Tuesday, July 2, 2024
हेल्थ

परामर्श के जरिये परिवार नियोजन की राह दिखा रहीं रीना

गोरखपुर, परिवार नियोजन कार्यक्रम को सफल बनाने में परामर्श की अहम भूमिका होती है । अगर परिवार नियोजन के बॉस्केट ऑफ च्वाइस की सही समय से सम्पूर्ण जानकारी मिल जाए तो लाभार्थी मनपसंद साधन का चुनाव कर नियोजित परिवार रख सकता है । जिले के पिपराईच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) की परिवार नियोजन परामर्शदाता रीना इस दिशा में अहम भूमिका का निर्वहन कर रही हैं । उन्होंने कोविड काल में भी परिवार नियोजन सेवाओं को लेकर बेहतर परामर्श दिया जिसका नतीजा रहा कि उन्हें हाल ही में मंडल स्तर पर सम्मानित किया गया है । रीना लाभार्थी के साथ-साथ परिवार में निर्णय लेने में अहम भूमिका निभाने वालों की भी काउंसलिंग करती हैं ।

वर्ष 2020-21 और 2021-22 में परिवार नियोजन की परामर्शदाता के तौर पर उल्लेखनीय योगदान के लिए रीना को एडी हेल्थ डॉ आईबी विश्वकर्मा ने सम्मानित किया है । वह जिले के सभी ब्लॉक स्तरीय अस्पतालों में से सबसे अच्छी परामर्शदाता के तौर पर चुनी गयी हैं । वर्ष 2019-20 में भी वह मंडल स्तर पर सम्मानित हो चुकी हैं।

गोरखपुर शहर के सूर्य बिहार कॉलोनी की निवासी रीना (34) ने वर्ष 2011 में परिवार नियोजन परामर्शदाता के तौर पर योगदान देना शुरू किया । वह बताती हैं कि शुरू में लोगों को प्रेरित करने में काफी बाधाएं आती थीं। खासतौर पर सास के स्तर से दंपति को सहयोग नहीं मिलता था। एक परामर्शदाता के तौर पर पहले बाधाओं की पहचान की और फिर उनका सामना करना शुरू किया । जो दंपति सास के मना करने के कारण परिवार नियोजन का साधन नहीं ले पाते थे उनकी सास को भी परामर्श के लिए बुलाया। उन्हें समझाया कि पहले परिवार नियोजन का साधन न होने के कारण मातृ मृत्यु ज्यादा होती थी। इन साधनों से न केवल परिवार सुखी होता है बल्कि मातृ शिशु मृत्यु दर पर भी कम हो जाती है । आवश्यकतानुसार दंपति और सास को अलग-अलग बैठा कर कॉउंसलिंग की गयी।

ब्लॉक की 30 वर्षीय लाभार्थी महिला ने बताया कि तीन बच्चों के बाद परिवार नियोजन के लिए उन्होंने अस्थायी साधन आईयूसीडी का चुनाव किया, लेकिन उससे भी उन्हें कुछ दिक्कतें होने लगीं।उन्होंने परामर्शदाता रीना से मुलाकात कर अपनी पूरी समस्या बताई । रीना ने उन्हें समझाया कि परिवार पूरा होने के बाद आईयूसीडी का एक अच्छा विकल्प नसबंदी ही है। रीना की सलाह पर उन्होंने पिपराईच सीएचसी से वर्ष 2023 में अपनी नसबंदी करवा ली । नसबंदी के लिए पूरे परिवार को रीना ने ही अपने परामर्श के जरिये तैयार किया।

कोविड काल की चुनौतियों के बारे में वह बताती हैं कि लॉकडाउन के समय बड़ी संख्या में त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन के लाभार्थियों के फोन आए । खासतौर से जिनके तीन माह पूरे हो गये थे। ऐसे लाभार्थियों के पास आशा की मदद से कंडोम, माला एन और साप्ताहिक गोली छाया पहुंचाई गई । बीच में कोविड ड्यूटी भी लग गई लेकिन टेलीफोनिक परामर्श जारी रहा। आशा कार्यकर्ता लाभार्थियों से फोन से बात करा दिया करती थीं। अगर लाभार्थी की समस्या को सुन कर परामर्श दिया जाए और आवश्यकतानुसार चिकित्सक से भी उन्हें जानकारी दिलवाई जाए तो वह साधनों के प्रति गंभीर रहते हैं ।

रीना बताती हैं कि कई लाभार्थी गोपनीय तरीके से त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन का चुनाव करते हैं। परामर्श के दौरान और बाद भी उनकी गोपनीयता बना कर रखी जाती है । इस वैश्वासिक सम्बन्ध का भी कार्य में काफी फायदा मिलता है।

उन्होंने बताया कि अधीक्षक डॉ मणि शेखर, डॉ स्वाति त्रिपाठी, बीपीएम प्रशांत गोबिंद राव, बीसीपीएम विमलेश त्रिपाठी, यूपीटीएसयू के जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ से उन्हें काउंसलिंग प्रक्रिया में मदद और मार्गदर्शन मिलता है । ब्लॉक को मिली उपलब्धि में एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं का अहम योगदान है और मंडल स्तर पर मिला सम्मान पूरे सीएचसी का सम्मान है।

*अच्छे प्रदर्शन पर हुआ चुनाव*

मंडलीय फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजर अवनीश चंद्र ने बताया कि रीना की मदद से वर्ष 2020-21 में पांच पुरुष नसबंदी, 451 महिला नसबंदी, 48 आईयूसीडी, 311 पीपीआईयूसीडी व पीएआईयूसीडी, 226 त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन, 4902 ओरल पिल्स, 28303 कंडोम, 947 छाया, 460 इमर्जेंसी पिल्स और 687 प्रेग्नेंसी किट की सेवा दिलाई गई। इसी प्रकार वर्ष 2021-22 में छह पुरुष नसबंदी, 320 महिला नसबंदी, 110 आईयूसीडी, 508 पीपीआईयूसीडी व पीएआईयूसीडी, 697 त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन, 8247 ओरल पिल्स, 55242 कंडोम, 2547 छाया, 830 इमर्जेंसी पिल्स और 1868 प्रेग्नेंसी किट की सुविधा लाभार्थियों तक पहुंचाई गई।

*सभी साधनों की उपलब्धता है*
सीएमओ डॉ आशुतोष कुमार दूबे और एसीएमओ आरसीएच डॉ नंद कुमार के दिशा निर्देशन में परिवार नियोजन कार्यक्रमों का कुशल संचालन पिपराईच सीएचसी से हो रहा है । यहां से परिवार नियोजन के सभी सेवाओं को दिया जा रहा है। परामर्शदाता का सम्मान पूरे ब्लॉक का सम्मान है।

*डॉ मणि शेखर, अधीक्षक, पिपराईच सीएचसी*