Sunday, May 19, 2024
उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री सुरक्षा में तैनात कांस्टेबल की असलहा साफ करते समय हुई फायरिंग में मौत

लखनऊ। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में तैनात एक सिपाही की शुक्रवार को देर शाम को असलहा साफ करते समय फायरिंग हो जाने से मौत हो गई। यह सिपाही मसौली थाना क्षेत्र के ग्रीन सिटी में पिछले पांच वर्षों से रह रहा था। सुबह उसे पुनः मुख्यमंत्री की सुरक्षा में जाना था। मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात सिपाही संदीप यादव पुत्र वेद प्रकाश निवासी कदनपुर थाना कोतवाली इनायतनगर की उस समय मौत हो गई, जब वह अपने मसौली थाना क्षेत्र के ग्रीनसिटी स्थित आवास में असलहा साफ कर रहा था। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस उसे जिला अस्पताल ले गई, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की जानकारी होने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया था। शनिवार को मृतक कांस्टेबल का शव गांव जैसे पहुंचा गांव में कोहराम मच गया। चारों तरफ रोने बिलखने व चीत्कार की आवाज सुनाई देने लगी। ग्रामीणों में मातम सा छा गया। घर की महिलाएं रोते-रोते बेहोश हो जा रही थीं। कांस्टेबल की नौ वर्षीय बेटी भी अपने पिता के लिए रोती रही। शव के साथ थाना कोतवाली इनायतनगर इंस्पेक्टर अमरजीत सिंह व पुलिस क्षेत्राधिकारी मिल्कीपुर आशुतोष मिश्रा पहुंचे। पुलिस ने अपने साथी को अंतिम सलामी दी। इस मौके पर मुख्यमंत्री कार्यालय से आए अधिकारी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
बताते चलें कि अयोध्या जिले के इनायतनगर थाना क्षेत्र के ग्राम कदनपुर निवासी वेदप्रकाश यादव के पुत्र संदीप यादव (35) पुलिस विभाग में हेडकांस्टेबल थे और पिछले पांच साल से मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात थेे। संदीप ने कुछ साल पहले मसौली थाना क्षेत्र में लखनऊ-अयोध्या हाईवे के बगल स्थित ग्रीन गार्डेन सिटी में अपना मकान बनवाया था और यहीं पर उनकी पत्नी निशा व नौ साल की पुत्री अर्पिता रहती है। मकान में कुछ किरायेदार भी रहते हैं।
शुक्रवार की शाम करीब साढ़े तीन बजे संदीप लखनऊ से अपने मकान पर पहुंचे। शाम करीब सात बजे अचानक गोली चली तो आसपास के लोग भी चौंक पड़े। पत्नी निशा के रोने की आवाज सुनकर मोहल्ले के लोग मकान के कमरे में पहुंचे तो संदीप लहूलुहान पड़ा था। गोली उनके माथे में लगी थी। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश हुई, मगर मौत हो चुकी थी।
लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी तो हड़कंप मच गया। मसौली थाने के साथ शहर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। एसपी भी पहुंचे। संदीप के हाथों में कारतूस था, जबकि पास में ही पिस्टल व मैगजीन पड़ी थी। पुलिस ने इसकी सूचना अयोध्या में रहने वाले परिजनों को दी। देर रात पहुंचे परिजनों में कोहराम मचा रहा। एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि, पिस्टल की सफाई करते वक्त गोली चलने की संभावना है। हर पहलू की जांच की जा रही है। संदीप पिछले पांच साल से सीएम की सुरक्षा में तैनात था।

पनीर लेकर घर पहुंचा था संदीप

लखनऊ से घर पहुंचे संदीप अपने साथ पनीर लेकर पहुंचा था। उसने अपनी बेटी अर्पिता को दुलराया और पत्नी से पनीर की डिश बनाने को कहा। पत्नी के अनुसार वह बर्तन साफ कर रही थी, इसी दौरान गोली चलने की आवाज आई। पति की अचानक हुई मौत से निशा बेसुध थी। महिला पुलिसकर्मी उसे ढाढस बंधाने में लगे थे। बताते है कि संदीप सुबह जल्दी लखनऊ जाने की बात भी कह रहा था।