Sunday, May 19, 2024
बस्ती मण्डल

अनीति के अंत के साथ आज होगा प्रभु का राज्याभिषेक

सेन्ट्रल एकेडमी एवं द सीएमएस के बच्चों की प्रतिभा देख दर्शको ने किया उत्साहवर्धन

बस्ती। सनातन धर्म संस्था द्वारा आयोजित श्री रामलीला महोत्सव के आठवें दिन का शुभारंभ प्रभु श्री जी झांकी के साथ प्रारंभ हुआ आरती में मुख्य रूप से जेपी तिवारी ,अनूप खरे ,राजेश मिश्रा, प्रदुमन शुक्ला, कर्नल केसी मिश्रा , हरीश त्रिपाठी,विवेक मिश्र मुख्य रूप से उपस्थित रहे प्रभु सुमिरन के साथ कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ हुआ आज के प्रस्तुति प्रथम चरण द सीएमएस छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया जिसमे प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद लेकर लक्ष्मण युद्ध भूमि में चलते हैं जहां उनके सामने रावण का बलशाली पुत्र मेघनाथ रणभूमि में खड़ा है। दोनों योद्धाओं में भयंकर युद्ध होता है। जब मेघनाथ को यह लगता है कि लक्ष्मण को पराजित नहीं कर पाएगा तब वह शक्तिवाण का प्रयोग कर लक्ष्मण को मूर्छित कर देता है।

पूरे रामा दल में हाहाकार मच जाता है। तत्पश्चात हनुमान लक्ष्मण को लेकर प्रभु श्री राम के पास आते हैं, जहां श्री राम जी लक्ष्मण की दशा को देखकर के विलाप करने लगते हैं और सबसे बुद्धिमान मंत्री जामवंत से लक्ष्मण के प्राण बचाने के लिए उपाय पूछते हैं। तब जामवंत यह बताते हैं कि लंका में एक वैद्य हैं जिनका नाम सुषेन है, वही लक्ष्मण के प्राण बचा सकते हैं। यह सुनकर तुरंत हनुमान लंका से सुषेन को लेकर आते हैं सुषेन जब लक्ष्मण को देखते हैं तो बताते हैं कि इनके प्राण सिर्फ संजीवनी बूटी से ही बच सकते हैं, जो धौलागिरी पर्वत पर स्थित है। यह सुनकर वीर हनुमान संजीवनी बूटी लाने के लिए धौलागिरी पर्वत पर चले जाते हैं, जहां बूटी की पहचान नहीं होने के कारण पूरा पहाड़ ही उठाकर लाते हैं। सुषेन संजीवनी बूटी का प्रयोग लक्ष्मण पर करते हैं और लक्ष्मण जीवित हो उठते हैं। प्रभु श्री राम लक्ष्मण को गले लगाते हैं और युद्ध की घोषणा करते हैं। मंचन मे कुंभकरण के प्रसंग को दर्शकों ने खूब सराहा।

कार्यक्रम के दूसरे चरण का मंचन सेंट्रल अकैडमी सिविल लाइंस के बच्चों द्वारा किया गया। जिसमे प्रभु श्री राम रावण का भयंकर युद्ध होता है प्रभु श्रीराम के बाण से रावण का शीश जैसे ही कटता उसके स्थान पर दूसरा शीशा आ जाता तब विभीषण ने प्रभु श्री राम को रावण के मर्म स्थान की सूचना दी जिसके बाद प्रभु ने रावण की नाभि पर ज्यों ही प्रहार किया रावण अचेत होकर धरती पर गिर पड़ा। और जय श्री राम की घोष के साथ चहुँओर जयजयकार होने लगी। कार्यक्रम के अंतिम मंचन के साथ आज प्रभु श्री राम का राज्याभिषेक होगा। मंच संचालन सुभाष शुक्ला,पंकज त्रिपाठी व बृजेश सिंह मुन्ना द्वारा किया गया।

कार्यक्रम संयोजन कैलाश नाथ दूबे,सहदेव दूबे, अनुराग शुक्ला ,डॉ0 वीरेंद्र त्रिपाठी,आशीष शुक्ला, सी0 ए0 अभिषेक त्रिपाठी, कात्यायनी दूबे भोलानाथ चौधरी अविनाश त्रिपाठी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से संतोष पाल ,कौशल गुप्ता ,अनिल सिंह, सुनील सिंह, प्रमोद गाड़िया, सतीश सिंघल,नीरज त्रिपाठी ,हरी प्रसाद पांडे,वैभव पाण्डेय, राहुल त्रिवेदी ,उमंग शुक्ल ,सुनील सिंह सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।