Sunday, May 19, 2024
हेल्थ

55 बुजुर्गो की हुई जांच, किसी में नहीं मिले अल्जाइमर के लक्षण

– 21 सितम्बर से मनाया जा रहा है ‘राष्ट्रीय डिमेंशिया जागरूकता सप्ताह

बस्ती। विश्व अल्जाईमर्स डे पर स्वास्थ्य विभाग के मानसिक रोग विभाग व राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन की ओर से वृद्धाश्रम बनकटा में बुधवार को ्क्रिरनिंग कैम्प का आयोजन किया गया। जिला अस्पताल के एनसीडी क्लीनिक में तैनात मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. एके दूबे ने आश्रम में रह रही 55 बुजुर्गो की ्क्रिरनिंग की। किसी में अल्जामइमर के लक्षण नहीं मिले। कुछ बुजुर्गो को मानसिक समस्या थी, इसलिए उन्हें दवा दी गई। फल वितरण भी किया गया। डिप्टी सीएमओ डॉ. एसबी सिंह ने कैम्प का उदघाटन किया।
डॉ. दूबे ने बताया कि 60 साल से अधिक उम्र में भूलने की समस्या आम बात मानकर लोग इसकी ओर ध्यान नहीं देते हैं। यह अल्जाइमर की भी समस्या हो सकती है। इलाज न होने पर यह समस्या गंभीर हो सकती है।
साइकट्रिक सोशल वर्कर डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि 21 सितम्बर से 27 सितम्बर तक राष्ट्रीय डिमेंशिया जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है। इसमें इस दौरान लोगों को अल्जाइमर रोग के प्रति जागरूक करने के साथ ही जिन लोगों में लक्षण पाए जाएंगे, उनकी ्क्रिरनिंग कर इलाज कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल के एनसीडी क्लनिक में ्क्रिरनिंग व काउंसिलिंग की सुविधा उपलब्ध है।
नोडल अधिकारी नगरीय स्वास्थ्य डॉ. एके कुशवाहा, डॉ. वीके गुप्ता, डॉ. एसके दूबे, शहरी स्वास्थ्य समन्वयक एसएन चौरसिया, आनंद गौरव शुक्ला, आश्रम की प्रबंधक मीना पांडेय, सत्यम मिश्रा, नीलम शुक्ला और निधि राव कार्यक्रम में प्रमुख तौर पर मौजूद रहीं।

क्या है अल्जाइमर रोग-
– यह लगातार बढ़ने वाला रोग है। इससे याददाश्त व अन्य महत्वपूर्ण दिमागी काम करने की क्षमता नष्ट होती है।
– दिमाग की कोशिकाओं का एक दूसरे से जुड़ाव व खुद कोशिकाओं के कमजोर व समाप्त होने की वजह से याददाश्त व अन्य दिमागी काम करने की क्षमता कम होती जाती है।

बीमारी के यह हैं लक्षण-
– याददाश्त का लगातार कमजोर होना।
– थोड़ी देर पहले हुई घटना व काम को भूल जाना।
– बात-चीत करने में अस्मर्थता।
– प्रतिक्रिया देने में विलम्ब होना।
– व्यक्तियों व जगहों का नाम भूल जाना।

रोकथाम के यह हैं उपाय-
– नियमित व्यायाम करें।
– धूम्रपान व शराब के सेवन से बचें।
– डॉयबटीज व कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें।
– संतुलित आहार लें।