Tuesday, July 2, 2024
साहित्य जगत

एलियंस आर्चिड स्प्रिंग्स,कोरत्तूर चेन्नई- गणेश उत्सव (31 से 4 सितंबर 2022)

भादो माह आते ही मुरलीधर का उत्सव चहुँओर धूम धाम से मनाया जाता है ।जन्माष्टमी उत्सव के साथ ही प्रथम पूज्य के आगमन की तैयारियां जोर पकड़ लेती हैं ।गणपति उत्सव मुख्यतया महाराष्ट्र में बहुत ही विशाल रूप से मनाया जाता है। परन्तु विगत कुछ वर्षो से यह लगभग देश सभी भागों में मनाया जाने लगा हैं। कतिपय स्थानान्तरण के कारण सभी संस्कृतियाँ एक दूसरे मे घुल मिल जाती हैं। यही हम भारत वासियों की विशेषता है । मुंबई के गणेश उत्सव की भव्यता तो सर्वविदित है। मैं आज आपको चेन्नई के गणेश उत्सव का आँखों देखा हाल बताती हूं।

चेन्नई में एलियन्स ऑर्चिड स्प्रिंग्स सोसायटी में लगभ‌ग सभी त्योहार अडर वन अंब्रेला ” मनाये जाते कुल आठ ब्लाक है। कोविड़ महामारी के बाद हर त्योहार के प्रति सभी लोगों में अत्यंत जोश था सभी आनंद और उल्लास के वातावरण में डूब ना चाहते थे जो कि विगत 3 वर्षों से घरों में बंद थे। सोसाइटी के कमेटी के सदस्यों ने मिलकर पांच दिवसीय गणपति महोत्सव का आयोजन किया जिसमें बप्पा की सुंदर प्रतिमा की स्थापना विधि विधान से 31 तारीख को दो स्थानों पर की गयी (OSR-2 एंव मेपल ब्लॉक पर ) एक ही जगह पर ज्यादा भीड़ न हो इसको बहुत ही सुनियोजित ढंग से दोनों जगह पर सहभागिता करते हुए निवासियों ने जागरूक नागरिक होने का सबूत दिया।
प्रातः एवं सांयकालीन आरती के अतिरिक्त प्रसाद वितरण और विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों का भी
आयोजन हुआ। दिनाँक 1.9.22 को हिंदी भाषी लोगो ने मिलकर भजन संध्या और महा प्रसाद का आयोजन (ओ एस आर 2) में किया जिसमें जोशीमठ मंडली के भजन गायको ने संध्या – को, भक्ति के रंग में रंग
दिया ।भजन संध्या लगभग 5 घंटे चली जिसमे बहुत ही सुंदर और सुरीले भजन भजन गायको ने सुनाए । सभी ने भरपूर आनंद लिया और सब लगातार झूमते रहें। सभी निवासियो ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और भजन संध्या हेतु खुले हृदय से सहयोग किया । लोगों ने मनपसंद भजनों को सुनने की फरमाइश भी की । श्रीमान पंकज झा, श्री विजय बंसल, श्री महेन्द्र हरित,बेनी यादव जी, पंकज राय , दीपक अग्रवाल विकास जी , डाक्टर महिमा सिंह, दिव्या रमनी, गीतांजलि,शांति, रश्मि हरित, मीना राजबीर गरिमा, मीनू तिवारी ,ऊषा, रुपा,रविता निहारिका, राजकुमारी , भारती , रेखा चौहान और कई अन्य महानुभावो ने बढ़-चढ़ कर योगदान दिया। सभी बड़ी संख्या में एकत्रित हुए भजन एवं महाप्रसाद में शामिल हुए।
सभी ने महाआरती के उपरान्त महाप्रसाद ग्रहण किया इसी क्रम मे 2, 3, 4 को विभिन्न भजन कार्यक्रम, गीत, नृत्य संगीत कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
सभी के सम्मिलित प्रयास से और आस्क समिति की जी जोड़ मेहनत से भव्य आयोजन सफल रहा ,कही कोई रुकावट या बाधा उत्पन्न नहीं हुयी। उत्सव स्थल की सजावट देखते ही बनती थी ।क ई सेल्फी प्वाइंट, बच्चों के लिए झूले, मेहंदी, टैटू ,फूड एवं विभिन्न स्टॉल ने बरबस ही सभी को आकर्षित किया। सबसे ज्यादा भीड़ ज्वेलरी स्टाल पर रही।
मेंपल ब्लॉक ने भी भव्य गणपति उत्सव एवं कार्यक्रमों का आयोजन किया जिसमें बड़े एवं बच्चों सभी ने प्रतिभागिता की । उन्होंने रात में बच्चों के लिए डीजे भी रखा जिसका आनंद सभी उम्र के लोगों ने लिया बहुत ही सुनियोजित ढंग एवं खूबसूरत अंदाज से कार्यक्रमों को आयोजित किया।सभी आयोजकों को मुक्त कंठ से बधाई।
विसर्जन के समय सभी की आँखे नम थी । खूब धूमधाम से यहाँ के प्राचीन वाघ यंत्रों और स्थानीय कलाकारों ने क्या खूब रंग जमाया । चेन्दमेलम के कलाकारो ने तो पूरी सोसायटी को झूमने पर मजबूर कर दिया। विभिन्न करतब, कलाबाजी ने सबका मन अचरज से भर दिया और साथ ही सबका मन मोह लिया ।आज यहाँ सब भारतीय थे कोई उत्तर दक्षिण नहीं था सभी उत्सव के आनंद के इन्द्र धनुषी रंगो में डूबे हुए थे। लगे हाथ मैनी भी चेन्दमेलम को बजाने की कोशिश की। बप्पा को पर्यावरण नियमों का ध्यान रख विसर्जित किया गया चेन्नई मे सबसे मुख्य आकर्षक बात यहाँ के लोगो की सादगी और धर्म के प्रति अटूट आदर और सम्मान का भाव जो अद्भुत और अद्वितीय है। गणेश जी की मूर्तियां मिट्टी की बनी और ना ही कोई विशेष साज-सज्जा बाजार में आसानी से मिल जाएगी बस आपको वो रंगी हुई नहीं मिलेगी और अगर मिलेगी भी तो इको फ्रेंडली जो रंग होंगे वही इस्तेमाल किए जाते हैं।पूजा पाठ में ये लोग अपनी पारंपरिक पद्धति और चले आ रहे नियमों का यथोचित अक्षरशः पालन करते हैं जो अनुकरणीय है ।
कुछ छाया चित्र जो आपको उत्सव से जुड़ा हुआ महसूस कराएंगे।

चेन्नई से
डाक्टर महिमा सिंह