Saturday, June 1, 2024
हेल्थ

आरआई टूल किट की मदद से तैयार होगी टीकाकरण की ड्यू लिस्ट

– आशा व एएनएम में टूल किट का किया जाएगा वितरण

बस्ती। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत ड्यू लिस्ट तैयार करने के लिए आशा वर्कर्स व एएनएम को अब कागज-कलम पर गणना नहीं करनी होगी। एक टूल किट के जरिए एक साल में दिए जाने वाले पांच मुख्य टीकों की गणना कुछ ही समय में हो जाएगी। इस टूल किट को सीएचएआई(क्लिंटन हेल्थ एक्सेस इनीशिएटिव) संस्था ने तैयार किया है। इससे टीकाकरण की तिथियों की गणना में किसी भी तरह की चूक की आशंका भी नहीं रह जाएगी। टूल किट के प्रयोग का प्रशिक्षण सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों व बीपीएम को एएनएम प्रशिक्षण केंद्र में दिया गया है। ब्लॉक पर कार्यक्रम आयोजित कर आशा वर्कर्स को प्रशिक्षित कर उनमें टूल किट का वितरण होगा।
प्रभारी सीएमओ डॉ. एके गुप्ता ने बताया कि विभिन्न संक्रमण व जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए बच्चों व गर्भवती का निर्धारित समयांतराल पर राष्ट्रीय टीकाकरण सारणी के अनुसार टीकाकरण कराया जाता है। आशा व एएनएम द्वारा अगले टीकाकरण की गणना करके ड्यू लिस्ट तैयार की जाती है। इसमें जहां समय लगता है, वहीं चूक की भी आशंका संभावना रहती है।
जो आरआई टूल किट तैयार किया गया है, उसकी मदद से एक साल के अंदर लाभार्थियों को दिए जाने वाले सभी टीकों की ड्यू लिस्ट सुगमतापूर्वक तैयार की जा सकेगी। डिप्टी डीआईओ डॉ. विनोद कुमार, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी राजेश कुमार चौधरी, जिला वैक्सीन प्रबंधक हरेंद्र मिश्रा ने बताया कि समय पर टीकाकरण बहुत जरूरी है।

तीर के निशान से मालूम होगी टीकाकरण की तिथियां
टूल किट में एक बड़ा व एक छोटा डिस्क है। बड़े डिस्क में एक वर्ष के कैलेंडर के अनुसार तिथियां अंकित हैं, जबकि छोटे में एक साल में दिए जाने वाले टीके का विवरण पांच तीर के निशान के रूप में अंकित हैं।
– पहले तीर का निशान- बर्थ डोज
– दूसरे तीर का निशान- छह सप्ताह
– तीसरे तीर का निशान- 10 सप्ताह
– चौथे तीर का निशान- 14 सप्ताह
– पांचवे तीर का निशान- नौ माह

इस तरह टूल किट से होगी गणना
सीएचएआई के प्रोग्राम कोआर्डिनेटर (आरआई) मुनेश चंद्र दूबे ने बताया कि टूल किट के दोनों कनेक्टेड डिस्क में से किसी भी एक डिस्क को रोटेट कर पहले तीर के निशान को लाभार्थी की जन्म तिथि पर ले जाएंग, तो राष्ट्रीय टीकाकरण सारणी के अनुसार एक वर्ष के अंदर दिए जाने वाले सभी टीकों की देय तिथियां पांचों तीर के निशान के रूप में स्वत: प्रदर्शित होने लगेगी।
अगर किसी लाभार्थी का वास्तविक देय तिथि पर कोई टीका छूट जाता है तो ऐसी दशा में लाभार्थी द्वारा जिस तिथि पर टीका लगवाया जाता है, वास्तविक टीकाकरण तिथि पर तीर का निशान रखने पर ड्यू टीकों की तिथियां समय सारिणी के अनुसार प्रदर्शित होने लगेगी।
एक वर्ष से 16 वर्ष तक के टीकाकरण का विवरण छोटे डिस्क के सेंटर में प्रदर्शित है। टीकाकरण के पहले लाभार्थी से पूछे जाने वाले चार अहम सवाल, टीकाकरण के बाद दिए जाने वाले चार अहम संदेश, टीकाकरण का विवरण, ओपन वॉयल संबंधी पॉलिसी बड़े डिस्क के पिछले हिस्से में छपी है।

जिले को मिली है 2500 टूल किट
प्रभारी सीएमओ ने बताया कि जिले को 2500 आरआई टूल किट मिल चुकी है। वर्तमान में कुल 2289 आशा क्रियाशील है। आशा कलस्टर मीटिंग के दौरान आशा कार्यकर्ताओं को बीपीएम/बीसीपीएम के माध्यम से टूल किट के प्रयोग के बारे में प्रशिक्षण देने के साथ ही इन्हें उपलब्ध कराया जाएगा।

एक अप्रैल 2022 से टीकाकरण के आंकड़े
बीसीजी- 73000
– डीपीटी- 43340
– हेपेटाइटिस बी- 9130
– जेई- 47700
– एमआर-5- 70900
– पीसीवी 5- 58065
– पेंटावेलेंट- 75720
– रोटा- 86570
– टीडी- 73800
– पोलियो ड्राप- 204800
– एफआईपीवी- 78225

आसानी से होगी टूल किट से गणना
सीएचसी कुदरहा के बीपीएम पवन सिंह ने बताया कि एएनएम प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में उन्हें आरआई टूल किट के प्रयोग की जानकारी दी गई है। इसका प्रयोग व इससे टीकाकरण की ड्यू लिस्ट तैयार करना बहुत आसान है।
अभी तक आशा वर्कर्स को कागज पर अगली ड्यू तिथि की गणना करनी पड़ती थी। टूल किट से एक साल में दिए जाने वाले पांचों टीके की ड्यू लिस्ट की जानकारी मिनटों में हो जाएगी। टीके से संबंधित आवश्यक जानकारी भी इसमें उपलब्ध है। इससे टीकाकरण से संबंधित दिशा-निर्देश को लेकर जागरूकता भी बढ़ेगी। कार्य में तेजी आएगी व गणना में चूक नहीं होगी। जल्द ही ब्लॉक की सभी आशा वर्कर्स को टूल किट के प्रयोग का प्रशिक्षण देकर उन्हें किट उपलब्ध करा दी जाएगी।