Sunday, June 23, 2024
हेल्थ

गर्भवती व पेट में पल रहे बच्चे के लिए जरूरी है फोलिक एसिड व ऑयरन

पहली सितंबर से शुरू होगा एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान का दूसरा चरण

बस्ती। मातृत्व स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर अभियान का दूसरा चरण पहली सितंबर से शुरू होगा। एक माह तक चलने वाले अभियान के दौरान गर्भवती व धात्री को ऑयरन, कैल्शियम, एल्बेंडाजोल, फोलिक एसिड व ऑयरन फोलिक एसिड की गोलियां उपलब्ध कराई जाएंगी। इससे पहले मई माह में एक माह तक पहला चरण संचालित किया गया था, जिसके परिणाम काफी उत्साहवर्धक रहे थे। राज्य सरकार ने इसका दूसरा चरण संचालित करने का दिशा-निर्देश दिया है। प्रभारी सीएमओ डॉ. एके गुप्ता ने बताया कि जल्द ही स्टॉफ का प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा कराकर पहली सितंबर से अभियान चलाकर दवाओं का वितरण कराया जाएगा।
एसीएमओ आरसीएच डॉ. जय सिंह ने बताया कि गर्भवती व उसके पेट में पल रहे बच्चे के साथ ही धात्री महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए ऑयरन और फोलिक एसिड आदि बेहद जरूरी है। जिन महिलाओं की पहुंच नहीं होती, हम उन्हें यह सभी दवाएं नि:शुल्क उपलब्ध करा रहे हैं। नियमित ओपीडी के अलावा पीएम सुरक्षित मातृत्व अभियान, मुख्यमंत्री जन आरोग्य स्वास्थ्य मेला, छाया वीएचएसएनडी सत्र व अन्य कार्यक्रमों में प्रतिभाग लेने वाली गर्भवती व धात्री को यह दवाएं स्थानीय स्वास्थ्य इकाई से मुहैया कराई जा रही है। दवा के सेवन के प्रति उन्हें जागरूक किया जाएगा तथा पोषण संबंधी जानकारी भी दी जाएगी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सभी लाभार्थी तक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।

मिथकों व नकारात्मकता का करना है निराकरण

अभियान के दौरान गर्भवती महिलाओं में दवाओं के सेवन के प्रति व्याप्त मिथकों , व नकारात्मकता का निराकरण करते हुए उनमें जागरूकता पैदा करना है। मातृ स्वास्थ्य व पोषण संबंधी सेवाओं को सभी गर्भवती व धात्री तक उपलब्ध कराना है। इसी के साथ प्रसव पूर्व सभी जांच व समय से दवाओं के सेवन के प्रति जागरूक किया जाएगा। ई-कवच पर गर्भवती व धात्री का अंकन कराया जाएगा। इसी के साथ हाईिरस्क प्रेग्नेंसी वाली चि्ह्तित महिलाओं का उपचार व फॉलोअप कराया जाएगा। पहली से 24 सितंबर तक अभियान चलाने के साथ 25 से 30 सितंबर तक मॉपअप राउंड चलाकर छूटे हुए लाभार्थियों को दवा उपलब्ध कराई जाएगी।

मां व बच्चे के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है फोलिक एसिड व ऑयरन
स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. ज्योति ओझा का कहना है कि मां व उसके पेट में पल रहे बच्चे के लिए फोलिक एसिड व ऑयरन की गोली का सेवन बहुत जरूरी है। फोलिक एसिड की कमी से पैदा होने वाले बच्चों में कटे-फटे होंठ सहित न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट की समस्या होने की आशंका बढ़ जाती है। गांव की महिलाओं में आम तौर से ऑयरन की कमी होती है, इससे प्रसव में जटिलता होती है। ऑयरन की गोलियां इसके लिए कारगर हैं। अल्बेंडाजोल की टेबलेट इसलिए दी जाती है कि पेट में अगर कीड़े हैं तो मर जाएं। कीड़े होने से खून नहीं बनता है। सभी दवाएं बहुत जरूरी व कारगर हैं।

पिछले अभियान में दवाओं का वितरण
कुल पंजीकरण- 25564
फोलिक एसिड गोली- 39075
ऑयरन फोलिक एसिड- 25.94 लाख
कैल्शियम- 43.37 लाख
अल्बेंडाजोल-9464