Monday, May 20, 2024
बस्ती मण्डल

प्रधान द्वारा कराये जा रहे नये कार्यों पर तत्काल रोक लगाने की मांग

बस्ती, 17 अगस्त। सदर विकास क्षेत्र के हथिरजा ग्रमा पंचायत में ग्राम प्रधान सलमा खातून पर लगे आरोपों की जांच हो रही है। मुख्य विकास अधिकारी डा. राजेश प्रजापति ने जिला कृषि अधिकारी को मामले की जांच सौंपते हुये 15 दिन के अंदर जांच आख्या मांगा है। इस बीच ग्राम प्रधान भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज करने के लिये निर्माण कार्य करवाना शुरू कर दिया है।

गांव निवासी नबीउल्लाह एवं जहीर अहमद ने शिकायती पत्र देकर जांच होने तक प्रधान द्वारा कराये जा रहे नये कार्यों पर तत्काल रोक लगाने की मांग किया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि प्रधान कुछ अधिकारियों को अपने पक्ष में लेकर जांच में लीपापोती करने का प्रयास कर रहे हैं। आरोप है कि अधिकारी उन्हे बचाने की कोशिश कर रहे हैं। जहीर अहमद का कहना है कि जांच के बाद कार्यवाही होने की डर से भ्रष्टाचार पर परदा डालकर ग्राम प्रधान अफसरों और जांच अधिकारी को गुमराह कर रही हैं।

उन्होने यह भी कहा कि 04 अगस्त को कृषि अधिकारी को मामले की जांच मिली है, 19 अगस्त तक उन्हे आख्या देनी है लेकिन अभी तक मामले में मौके पर पहुंचकर आरोपों के संदर्भ में कोई पूछताछ नही की गयी। उन्होने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुये आग्रह किया है मामले की समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से जांच हो। शिकायतकर्ता का कहना है कि ग्राम प्रधान ने अनेक ऐसे कार्य कराये हैं जो कागजों में हैं किन्तु मौके पर नही मिलेंगे।

परसा डफाली गांव में उदयभान चौधरी की ट्यबवेल से पंचायत भवन तक कागजों में इण्टरलाकिंग दिखाई गई जबकि मौके पर कच्चा रास्ता है। इसी तरह हथिरजा में राममिलन के घर से रामहित के घर तक मौके पर पुराना खड़न्जा है जबकि अभिलेखों में मौजूदा प्रधान ने निर्माण कार्य दिखाया है। इसी तरह नसीर मास्टर के घर से मेन रोड तक अभिलेखों में आरसीसी है किन्तु मौके पर खड़न्जा है।

गांव वालों को खेल मैदान कहां है नही मालूम, जबकि कागजों में खेल मैदान का काम कराया गया है, डस्टबिन के नाम पर धनराशि आविंटत किया गया है लेकिन डस्टबिन नही दिखता। इसी तरह सोलर लाइट और स्ट्रीट लाइट का पता नही। प्रधान के चक से लेकर जिमरी गांव तक कागज में करीब 4 मी. चौड़ी सड़क है लेकिन मौके पर करीब 2 मी. है। शिकायतकर्ताओं का कहना कि प्रधान और उनके सहयोगी धमकियां भी दे रहे हैं। जबकि तमाम आरोप मौके पर जाकर जांच करने पर सिद्ध हो जायेंगे। उन्होने कहा जांच का नतीजा आने का इंतजार है निष्पक्ष व पारदर्शी जांच नही हुई तो वे शासन तक मामले को ले जायेंगे।