Monday, July 1, 2024
साहित्य जगत

डॉक्टरर्स डे

इस खूबसूरत धरती पर सभी शानदार डॉक्टरों को डॉक्टर्स दिवस की शुभकामनाएं भगवान आप सभी को हर खुशी दें।

तुम मसीहा तुम हमनवा तुम देते साथ जब रहता नहीं किसी और के बस का

तुम बन जाते सख्त दिल करते हर मुश्किल का सामना
सबकी पीड़ा हर लेते तुम हर लेते सबका दुःख दर्द अपने जादू से
सबकी पीड़ा दिखती
तुम उसको भी छुपा लेते हो।
लोग कहे बुरा भला
भूल के उस को जुट जाते हो अपने कर्म पथ पर ।
कठिन परिश्रम के उपरांत मिलता है यह नाम डॉ साहब आ गए
करते हो कितने ही घरों को रौशन तभी तो मिला है दर्जा तुमको इस धरती के ईश्वर का ।
हमने देखे है ऐसे भी दीवाने करते है जो तन मन धन से रुग्णों की सेवा बदले मे वो ना चाहे कुछ भी ।
जब देश मे कोरोना का संकट था गहराया अपनो ने भी अपनो का साथ था छोड़ा तब तुमने ही था हाथ बढ़ाया रहे डटे किया सामना हर मुश्किल का
इस सेवा के कर्ज से नही हो सकते उऋण हम सब
साथी तुमने हाथ बढ़ाया जब था गहराया अँधेरा ।
फिर भी कुछ लोग करते ऐसी हरकत जिससे होते हम सब शर्मशार और तुम फिर भी करते थोड़ा सा गिला और फिर लग जाते अपना फर्ज़ निभाने मे।
है कोटि कोटि प्रणाम इस धरती के मशीहा को जिसने लड़ी लड़ाई हर अवसर पर किया देश को गौरवान्वित।
है नाज़ हमे तुम पर
ना हो यह सिलसिला बस एक दिन का कहती हैं महिमा यही
उनका हाल भी पूछो जब भी मिलने जाओ एक छोटा सा फूल ले जाओ दो धन्यवाद उनको भी अच्छा लगता हैं जब कोई कहता डॉ साहब
आप ने बचा लिया उनको भी सराहो उनको भी प्यार दो उनके हिस्से का ।

महिमा की ईश्वर से यही प्रार्थना आप सबकी महिमा और आपके हाथों की शिफ़ा यू ही दिन रात बढ़ती जाए।
डॉक्टर्स दिवस की अनेकों शुभकामनाएं।

स्वरचित
शब्द मेरे मीत
डाक्टर महिमा सिंह
लखनऊ उत्तर प्रदेश