Sunday, May 19, 2024
हेल्थ

प्रधानमन्‍त्री मातृ वन्‍दना योजना ने रिंकी और सरोज की राह बनाई आसान

-योजना के तहत पोषण के लिए मिलते हैं 5 हजार रुपए

संतकबीरनगर।(सुभाष सिंह)गर्भवती और गर्भस्‍थ शिशु को उचित पोषण दिलाने के लिए चल रही प्रधानमन्‍त्री मातृ वन्‍दना योजना के तहत मिलने वाले पांच हजार रुपए गर्भवती महिलाओं की गर्भावस्‍था की राह को निरन्‍तर आसान कर रहे है। इसकी बेहतर उदाहरण जिले के बघौली ब्‍लाक पीएचसी के अन्‍तर्गत बघुआ गांव की रिंकी और सरोज हैं। इस योजना से उनकी गर्भावस्‍था की राह तो आसान हुई ही, उनको मिले उचित पोषण से जच्‍चा – बच्‍चा दोनों ही स्‍वस्‍थ हैं।

जिले के बघुआ कोपिया गांव की निवासी 23 वर्षीया रिंकी प्रजापति पत्‍नी रामप्रीत प्रजा‍पति और 24 वर्षीया सरोज गुप्‍ता पत्‍नी विकास गुप्‍ता बताती हैं कि दिसम्‍बर 2020 में गर्भवती हुईं। जब उन्‍हें गर्भावस्‍था का पता चला तो उन्‍होने इस सम्‍बन्‍ध में गांव की आशा कार्यकर्ता सुषमा से बात की। सुषमा ने रिंकी और सरोज दोनों को प्रधानमन्‍त्री मातृवन्‍दना योजना के बारे में बताया ओर उनका ब्‍लाक पीएचसी बघौली में ले जाकर रजिस्‍ट्रेशन कराया। फार्म जमा होने के बाद मार्च 2021 में योजना की पहली किश्‍त के रुप में उनके खाते में एक हजार रुपए आए। आशा कार्यकर्ता सुषमा ने दोनों को अपने साथ ही ले जाकर बघौली ब्‍लाक पीएचसी की स्‍त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ मनीषा शाही से नियमित चेक अप भी कराया। डॉ मनीषा शाही ने उन्‍हें नियमित खानपान और बेहतर पोषण के टिप्‍स दिए। इसके साथ ही उनको पोषण बाटिका बनाने की सलाह दी। दोनों के घर आसपास ही थे, इसलिए दोनों ही चिकित्‍सक के द्वारा दी गयी सलाह के अनुसार खुद का और अपने गर्भस्‍थ शिशु का ख्‍याल रखती थीं। जब उनकी सम्‍पूर्ण जांच हो गयी तो मई 2021 में दोनों की दूसरी किश्‍त भी आ गयी। वहीं दूसरी तरफ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता महिमा की तरफ से भी उनको पोषक दलिया व गर्भावस्‍था में प्रयुक्‍त होने वाले पोषक आहार दिए जाते रहे। उनकी डिलिवरी में भी कोई परेशानी नहीं हुई तथा पोषण का नतीजा यह रहा कि 11 अगस्‍त 2021 को सरोज की तथा 30 अगस्‍त 2021 को रिंकी की नार्मल डिलिवरी हुई। दोनों ने पुत्रों को जन्‍म दिया। इसके बाद उनका टीकाकरण कराया। आज दोनों बच्‍चे आठ माह के हो गए हैं और पूरी तरह से स्‍वस्‍थ हैं। रिंकी ने बताया कि गर्भावस्‍था के दौरान मिलने वाली यह राशि उनके पोषण में काफी लाभदायक रही। इसके जरिए उन्‍होने पोषण के लिए आवश्‍यक चीजों को खरीदा और उनका उपयोग अपने और गर्भस्‍थ शिशु के पोषण के लिए किया। सरोज ने बताया कि यह योजना उसके लिए काफी लाभकारी रही। मिलने वाली रकम से उसने अपनी आवश्‍यक जरुरतों को पूरा किया । उसी का परिणाम है कि वह अपने बच्‍चे के साथ स्‍वस्‍थ जीवन व्‍यतीत कर रही है।

*क्‍या है प्रधानमन्‍त्री मातृ वन्‍दना योजना*

प्रधानमन्‍त्री मातृ वन्‍दना योजना की जिला समन्‍वयक सुमन शुक्‍ला बताती हैं कि प्रधानमन्‍त्री मातृ वन्‍दना योजना के तहत पहली बार मां बनने वाली गर्भवती को प्रसव पूर्व तथा प्रसव के बाद पोषण के लिए तीन किश्‍तों में कुल 5 हजार रुपए दिए जाते हैं। पहली किश्‍त 1 हजार रुपए की होती है जो गर्भावस्‍था के 150 दिनों के बाद दी जाती है। वहीं दूसरी किश्‍त के रुप में दो हजार रुपए गर्भावस्‍था के 180 दिन के अन्‍दर गर्भवती की प्रसव पूर्व जांचों के पूरा होने के बाद दिए जाते हैं। तीसरी किश्‍त प्रसव के उपरान्‍त तब दी जाती है जब शिशु के प्रथम टीकाकरण का चक्र पूरा हो जाता है।

*जिले में 46 हजार लाभार्थियों को मिला लाभ*

कार्यक्रम के जिला सह समन्‍वयक रितेश चौरसिया बताते हैं कि प्रधानमन्‍त्री मातृत्‍व वन्‍दना योजना जनवरी 2017 से शुरु हुई थी। इस योजना में अब तक कुल 46793 लाभार्थियों को कुल 190134000 रू का लाभ दिया जा चुका है। 1 जनवरी से लेकर अप्रैल 2022 तक कुल 13347000 रू भुगतान लाभार्थियों को किया जा चुका है l