Saturday, May 18, 2024
राजनैतिक

सरकार की गलत नीतियों की वजह से किसान दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर – किरण चौधरी

भिवानी,| इन्दु/नवीन बंसल (राजनीतिक संपादक) कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री श्रीमती किरण चौधरी ने गठबंधन सरकार द्वारा कपास खरीद के बड़े-बड़े दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार के मुख्यमंत्री व मंत्री दावा करते थे कि कपास की फसल की पूरी खरीद की जाएगी पर अभी तक कपास की फसल की खरीद भी सुरु नही हुई है और किसान अपनी फसल कम भाव मे बेचने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि कुदरत की मार व सफेद मक्खी के प्रकोप से किसानों को कपास की फसल में भारी नुकसान हुआ है ऊपर से सरकारी खरीद नही होने के कारण अब किसानों को अपनी फसल कम भाव मे बेचनी पड़ रही है जिससे किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है और किसान बर्बाद हो रहे हैं।
किरण चौधरी ने कहा कि सरकार के सांसद व मंत्री मण्डियों का दौरा करके फ़ोटो खिंचवा रहे हैं , सरकार के मंत्रियों व सांसदों को मण्डियों में किसानों की समस्याएं नही दिखाई देती, ओर जब कपास की खरीद सुरु ही नही हुई है तो फिर सांसद व मंत्री मण्डियों में किस चीज का निरीक्षण कर रहे हैं,
उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार किसानों के लिए मुसीबत बन चुकी है और किसानों को बर्बाद करने पर उतारू है , धान खरीद, बाजरा -मूंग खरीद में किसानों को परेशान करने के बाद अब कपास की फसल की सरकारी खरीद नही होने के कारण किसान परेशान हैं, उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी कपास समर्थन मूल्य से 500- 600 रुपए कम भाव पर बेचना पड़ रहा है जिससे किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है उन्होंने सरकार से मांग की है कि कपास की खरीद सुरु नही होने की वजह से समर्थन मूल्य से कम में फसल बेच चुके किसानों के नुकसान की भरपाई सरकार करे।
किरण चौधरी ने कहा कि गठबन्धन सरकार किसानों को वादों ओर दावों के लॉलीपॉप दे रही है, उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार किसानों के हितों के खिलाफ काम कर रही है और जब कांग्रेस पार्टी किसानों की आवाज़ उठाती है तो गठबन्धन सरकार उसे राजनीति बताती है उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा किसानों के हितों की आवाज़ उठाती रहेगी।
किरण चौधरी ने कहा कि सफेद मक्खी के प्रकोप से कपास की फसल में भारी नुकसान हुआ है और किसानों को अभी तक मुआवजा जारी नही किया गया है उन्होंने किसानों को तुरन्त मुआवजा देने की मांग की ताकि किसानों को कुछ राहत मिल सके और अपनी अगली फसल की बिजाई कर सके।