दुनिया कभी अल्लाह के नुमाइंदे से खाली नहीं होती
– हुसैनी मस्जिद में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए लोग
बस्ती। हुसैनी जामा मस्जिद गांधी नगर में शनिवार रात जलसे का आयोजन हुआ। इमाम मेंहदी (अलै.) के जन्मदिन पर आयोजित जलसे में अकीदतमंदों ने नातिया कलाम, मनकबत पेश की। जलसे में शामिल लोगों ने एक दूसरे को मुबारकबाद भी दी।
मौलाना हैदर मेंहदी ने जलसे को खिताब फरमाते हुए कहा कि दुनिया कभी भी अल्लाह के नुमाइंदे से खाली नहीं हो सकती है। पैगम्बरे-इस्लाम ने अपने बाद अपने उत्तराधिकारी के तौर पर 12 इमामों के नाम बताए थे, जिनमें सबसे आखिरी, इमाम मेंहदी हैं। उन्होंने कहा कि इस्लाम के सभी मतावलंबी इस बात पर एक मत है कि आखिरी दौर में इमाम मेंहदी आएंगे। इस समय दुनिया में जुल्म व नाइंसाफी सबसे ज्यादा होगी। वह मजलूमों को न्याय दिलाएंगे।
उन्होंने कहा कि हम 12 इमामों के मानने वाले हैं तथा हमारा यह भी अकीदा है कि इमाम मेंहदी इस दुनिया में अल्लाह के नुमाइंदे के रूप में मौजूद हैं। जो उन्हें सच्चे दिल से याद करता है, वह उसकी मदद करते हैं। संचालन सुहेल बस्तवी ने किया। जलसे में मोहम्मद रफीक, सफदर रजा, हामरान, रमीज अब्बास, जैन, फैजान हल्लौरी सहित अन्य ने अपने कलाम पेश किए, जिसे लोगों ने खूब सराहा।
हाजी अनवार काजमी, जीशान रिजवी, आले मुस्तफा, नजफी, जावेद, मोहम्मद, नकी हैदर, आले हसन, हसनैन रिजवी, सरवर हुसैन, मजहर अब्बास, तकी हैदर, मेराज हैदर, अरशद आबिद, मुन्ने सहित अन्य लोग कार्यक्रम में शामिल रहे।
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