Saturday, May 18, 2024
गोरखपुर मण्डल

शासन के द्वारा स्वीकृत पट्टे की जमीन को लेखपाल ने किया पानी टंकी बनाने के लिए किया एलाट

सलेमपुर/देवरिया(गंगामणि दीक्षित) राजस्व विभाग के पास हर प्रकार के जमीनों का डाटा होता है।अगर जिम्मेदार यह कहें कि हमें जानकारी नहीं । तो यह बड़ी ही सोचनीय और हस्याष्पद बात कही जाएगी। और तो और कोई जमीन अधिग्रहित करने से पहले उसकी नवैयत की जानकारी लेना विभाग की जिम्मेदारी बनती है।

ऐसा ही कुछ चूक राजस्व विभाग ने सलेमपुर तहसील के तकिया धरहरा ग्राम सभा में किया है।जो निहायत ही पक्षपात पूर्ण और गैर जिम्मेदाराना है।
हुआ यूँ कि सन 2007 मे तकिया गॉव निवासी अवधविहारी पुत्र राम तपेसर ,नि तकिया के नाम से जमीन न502 — .23डिस, बाकायदे सभी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए, शासन के निर्देश पर पट्टे का आबंटन हुआ।और समय रहते, कानूनगो और लेखपाल के साथ पुलिस की मैजूदगी मे उपरोक्त जमीन पर धारक को कब्ज़ा भी दे दिया गया था।
उस समय जमीन गड्ढे के रूप मे थी।पट्टाधारक ने सैकड़ो ट्राली मिट्टी डालकर उस जमीन को खेती करने योग्य बनाया।और तभी से वह जमीन खेती के लिये उपयोग में लाई जाने लगी।और अब भी अरहर की खेती की गई थी।
लेकिन पंचायत 2020 के चुनाव के बाद मार्च2021मे वर्तमान प्रधान ने उसी पट्टे की जमीन को लेखपाल द्वारा पानी टंकी बनाने के लिए प्रस्तावित कर दिया है।जिसपर धन भी अवमुक्त हो गया है।अब उस पट्टे की जमीन पर पानी टंकी का निर्माण किया जाएगा।
लेकिन मजे की बात ये है कि उक्त जमीन पर टंकी के लिए सीमांकन करने के दौरान किसी भी प्रकार की औपचारिकताओं को ध्यान में नहीँ रखा गया।और निर्माण के लिए टेण्डर करा दिया गया।
जब इसकी जानकारी पट्टाधारक को हुई तो उसने उच्चाधिकारियों को इस बात से अवगत कराया।तब पता चला कि पट्टे की जानकारी लेखपाल ने अपने अधिकारियों को बताया ही नहीं है।
इस सन्दर्भ मे वर्त्तमान प्रधान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह जमीन पट्टे की है और उस पर पट्टाधारक का कब्ज़ा है।जब लेखपाल से जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की गई तो उन्होंने अपना मोबाईल फोन बन्द कर दिया।