Sunday, May 5, 2024
बस्ती मण्डल

लैब जाँच से सरकारी नमक में रेत की हुई पुष्टि

बस्ती। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत गरीबों को निःशुल्क बांटे जाने वाले नमक में 1 प्रतिशत रेत और मोरंग का मिश्रण स्थानीय प्रशासन ने स्वीकार किया है। लेकिन यह सूक्ष्म मात्रा में पाया गया है। यह भी कहा गया है कि नमक में 1 प्रतिशत अघुलनशील पदार्थ हो सकता है। इतना स्वास्थ्य के लिये हानिकारक नही है। मसलन 1 किलो नमक में 10 ग्राम बालू, मोरंग मिला है तो घबराने की जरूरत नही है।

आप इसका सेवन करते रहिये। सोमवार को जारी सरकारी समाचार के अनुसार राशन कार्ड धारको को दिये गये नमक के पैकेट में मानक के विपरीत किसी वस्तु के पाये जाने की कोई पुष्टि नही हुयी है। यह जानकारी जिला पूर्ति अधिकारी सत्यवीर सिंह ने दी है। उन्होने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर इस प्रकरण की जॉच अभिहित अधिकारी, खाद्य सुरक्षा, वरिष्ठ निरीक्षक, विधिक माप विज्ञान, डिप्टी आरएमओ की टीम द्वारा मौके पर जाकर की गयी। नमक, चना, रिफाइण्ड सोयाबीन आयल का नमूना लिया गया तथा राजकीय प्रयोगशाला लखनऊ को परीक्षण हेतु भेजा गया है।

उन्होने बताया कि रेण्डम आधार पर उचित दर विक्रेता प्रमोद सूरी की दुकान से लाये गये एक पैकेट नमक (बैच नं0-11) का परीक्षण पारदर्शी जार में घोलकर किया गया। इस संबंध में अभिहित अधिकारी खाद्य सुरक्षा ने रिपोर्ट दिया है कि होम टेस्ट में कोई भी अघुलनशील पदार्थ नही पाया गया है। उन्होने यह भी बताया है कि रेण्डम आधार पर उचित दर विक्रेता राजेश कुमार, नरहरिया की दुकान से लाये पैकेट का घोल बनाकर समिति ने परीक्षण किया, जिसमें अघुलनशील ठोस पदार्थ सूक्ष्म मात्रा में पाया गया, खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुसार आयोडाइज्ड नमक में एक प्रतिशत की ठोस अघुलनशील मात्रा अनुमन्य है। दरअसल सरकारी नमक में बालू मोरंग मिले होने की खबरें प्रमुखता से प्रकाशित होने पर प्रशासन तिलमिलाया हुआ है। इसको लेकर सच्चाई और इमानदारी की बुनियाद पर पत्रकारिता करने वाले कई मीडिया संस्थान निशाने पर हैं।