Friday, July 5, 2024
बस्ती मण्डल

पचास फीसद अनुदान पर किसानों को दिये जा रहे गन्ने के पौधे

-शरदाकालीन गन्ना बुवाई से किसानों को मिल सकेगा अधिक उपज

मुन्डेरवा/बस्ती।(सात्विक पटेल) गन्ने की पैदावार बढ़ाने के लिए उन्नत प्रजाति के बीज की बुवाई पर चीनी मिल मुण्डेरवा द्वारा विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके तहत शासन के निर्देश पर अनुदान पर गन्ने के पौधे दिए जा रहे हैं। मिल प्रबंधन द्वारा तैयार किए गए इन पौधों की रोपाई करने से किसानों को खेती में कम लागत आने के साथ ही उपज भी बेहतर प्राप्त हो सकेंगे।
शरदकालीन गन्ना बुआई के लक्ष्य में वृद्वि कर मांग के अनुसार बीज की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ग्राउंड लेबल पर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है। कार्य योजना के मुताबिक शासन के निर्देश पर मिल की कार्यदाई संस्था एलएसएस ने गन्ने के दस लाख पौधे तैयार किए हैं। इस बात की जानकारी देते हुए मिल के प्रधान प्रबंधक ब्रजेन्द्र द्विवेदी ने कहा कि इस बार डेढ हजार हेक्टेयर क्षेत्र मंे शरदकालीन गन्ना बुआई का लक्ष्य रखा गया है। इसको लेकर दस लाख गन्ने के पौधे तैयार करने का निर्देश दिया गया था। तैयार गए पौधे किसानों को 50 फीसदी अनुदान पर दिए जा रहे हैं।ऐसे में एक पौधे किसानों को डेढ़ रूपये में उपलब्ध हो जा रहे हैं। खास बात यह है कि उन्नत प्रजाति के गन्ने की तैयार की गई नर्सरी का किसानों को एक लाभ और होगा कि वे अगले वर्ष इसका बीज बोकर अतिरिक्त आय हासिल कर सकेंगे।
*बगास में नर्सरी तैयार करनेवाला निगम का पहला चीनी मिल*
मिल प्रबंधन के मदद से क्षेत्र में कई स्थानों पर गन्ने की नर्सरी तैयार की गई है। इसके अलावा चीनी मिल परिसर के भी एक बडे हिस्से में गन्ने की नर्सरी तैयार की गई है। यह नर्सरी मिटटी की जगह बगास में तैयार किया गया है। इस तरह का प्रयोग करनेवाला उत्तर प्रदेश चीनी व गन्ना विकास निगम लि की मुण्डेरवा पहली इकाई है।इस पहल की शासन ने भी सराहना की है।

*पौधे की बोवाई से अधिक हो सकेगा गन्ने का उत्पादन*
नर्सरी तैयार कर गन्ने की रोपाई करने से शरदाकालीन गन्ना का उपज चालीस फीसदी अधिक हो सकेगी। एक पौधे से औसतन आधा दर्जन गन्ने तैयार होंगे। साथ ही किसानों को अपेक्षाकृत कम बीज का भी प्रयोग करना पड़ेगा। इससे कम लागत में अधिक गन्ना उत्पादन का लक्ष्य आसानी से हासिल हो सकेगा।