Friday, July 5, 2024
हेल्थ

अब टीबी अस्पताल में भी संचालित होगा ओएसटी केंद्र

गोरखपुर।(गुरुमीत सिंह)सुई से नशा करने वालों को संक्रमण से बचाने के लिए जिले के सौ शैय्या टीबी अस्पताल में सेटेलाइट ओपियाड सब्सिट्यूट थेरेपी (ओएसटी) केंद्र शुरू कर दिया गया है । जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. रामेश्वर मिश्र और अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एके वर्मा ने इस केंद्र का शुक्रवार को उद्धाटन किया । अभी तक यह सुविधा सिर्फ बीआरडी मेडिकल कालेज में उपलब्ध थी ।

जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि इस केंद्र से कुशीनगर जिले और गोरखपुर के दक्षिणी भाग के रहने वाले उन लोगों को दवा व परामर्श मिल सकेगा जो काफी दूरी तय करके मेडिकल कालेज जाते थे। सुई से नशा करने वालों में एड्स संक्रमण का खतरा बना रहता है । ऐसे लोगों के परामर्श व इलाज की सुविधा अभी तक सिर्फ मेडिकल कालेज में उपलब्ध थी । अब टीबी अस्पताल में एक स्टॉफ नर्स को इस कार्य के लिए तैनात किया गया है । ओपियाड सब्सिट्यूट थेरेपी के तहत ऐसे लोगों को इलाज की सुविधा दी जाती है ।

डॉ. मिश्र ने बताया कि सुई से नशा करने वालों में न केवल एड्स संक्रमण का खतरा होता है, बल्कि हेपेटाइटिस सी और शारीरिक क्षति की आशंका भी बनी रहती है । ऐसे लोगों का इलाज राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के तहत होता है । जिले में ऐसे 100 से अधिक सुई से नशा करने वाले लोग हैं जो सिर्फ मेडिकल कालेज से इलाज की सुविधा प्राप्त कर रहे थे । अब इन लोगों को नियमित तौर पर सेटेलाइज ओएसटी के माध्यम से भी निःशुल्क दवा उपलब्ध कराई जाएगी ।

इस अवसर पर चिकित्सा अधिकारी डॉ. एएन त्रिगुट, डॉ. एसके द्विवेद्वी, जिला क्षय रोग कार्यालय से एएन मिश्र, धर्मवीर प्रताप सिंह, परामर्शदाता माधुरी तिवारी, कर्मचारी ज्ञानेंद्र, प्रोजेक्ट मैनेजर कुंदन कुमार सिंह और उत्तर प्रदेश एड्स कंट्रोल सोसाइटी व टेक्निकल सपोर्ट यूनिट के प्रतिनिधि विश्वंभर मिश्र प्रमुख तौर पर मौजूद रहे ।