Sunday, July 7, 2024
साहित्य जगत

उठाए थे आजादी का बीड़ा…

उठाए थे आजादी का बीड़ा,
मां भारती का स्वप्न साकार किया।
खुद को भी खुद न्योछावर करके,
अंग्रेजो से हिंदुस्तान को आज़ाद किया।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का स्वप्न,
सदैव अपनी सरजमीं के प्रति रहा।
लाल बहादुर शास्त्री जी के विचारों से,
अंग्रेजों का षड्यंत्र पस्त चित रहा ।

बापू सत्य,अहिंसा के परम पुजारी,
जन जन के प्यारे दुलारे थे।
मां भारती के सेवा भावों में,
तन मन से समर्पण कर डाले थे।

ज्ञान विचारों में उत्कृष्ट थे बापू,
दया दृष्टि भाव से दयालु थे।
कोमलता रग रग में थी विद्यमान,
सर्व कल्याण का जिम्मा संभाले थे।

आशीष प्रताप साहनी
भीवा पार भानपुर बस्ती
उत्तर प्रदेश 272194
8652759126