Sunday, June 23, 2024
बस्ती मण्डल

कोविड व नियमित टीकाकरण से छूटे लोगों की तैयार होगी सूची

– दो साल टीकाकरण से छूटे बच्चों का जुटाया जाएगा ब्यौरा

बसती। प्रदेश सरकार की ओर से कोविड टीकाकरण व नियमित टीकाकरण से छूटे लोगों की सूची तैयार कराने के लिए मंगलवार से बड़ा अभियान शुरू किया जाएगा । 16 सितंबर तक चलने वाले इस अभियान के दौरान आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की टीम घर-घर जाकर ब्यौरा जुटाएगी। सूची तैयार कर छूटे लोगों को प्रतिरक्षित किया जाएगा।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एफ हुसैन ने बताया कि मंगलवार से कोविड-19, विशेष संवेदीकरण एवं लक्षणयुक्त व्यक्ति चिन्हीकरण अभियान शुरू किया जा रहा है। कोविड का टीका न लगवाने वाले 45 साल से अधिक उम्र वालों की सूची टीम तैयार करेगी। इसी के साथ नियमित टीकाकरण से छूटे दो साल तक के बच्चों का भी ब्यौरा जुटाया जाएगा। जन-जन तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने व लोगों को कोविड के प्रति जागरूक करने में यह अभियान काफी उपयोगी साबित होगा। लोगों को चाहिए कि उनके घर पहुंचने वाली टीम के सवालों का सही व संतोषजनक जवाब देकर अभियान को कामयाब बनाने में सहयोग प्रदान करें।

उन्होंने कहा कि टीम घर पर पहुंचकर सबसे पहले शिष्टाचार निभाएगी। परिवार के लोगों को कोरोना वायरस से संबंधित उपयोगी व संक्षिप्त जानकारी देगी। इसके बाद इससे बचाव के उपाय जैसे- दो गज की दूरी, मॉस्क का सही तरह से उपयोग, साबुन व पानी से हाथ धोने का सही तरीका आदि बताएगी। परिवार के लोगों में कोविड व अन्य बीमारियों के लक्षण के बारे में पूछेगी। अगर परिवार में दो साल का बच्चा है तो टीम उसके टीकारण के बारे में पूछेगी। अगर टीका छूटा होगा तो तत्काल उसका नाम सूची में शामिल करेगी। इसी के साथ उन 45 साल से अधिक उम्र वालों की भी सूची तैयार कराई जाएगी, जिन्होंने अभी तक कोविड का एक भी डोज टीका नहीं लगवाया है।

लक्षण वालों का कराया जाएगा इलाज

डॉ. हुसैन ने बताया कि परिवार में किसी की अगर सांस फूल रही है, पसली चल रही है तो इसकी जानकारी तत्काल स्थानीय सीएचसी के प्रभारी को टीम देगी। सूचना मिलते ही उस व्यक्ति की जांच कराकर उसका इलाज कराया जाएगा। परिवार को यह भी बताया जाएगा कि भविष्य में अगर किसी सदस्य को कोविड आदि का लक्षण दिखाई देता है तो घर के बाहर चिपके स्टिकर पर छपे नंबर पर तत्काल सूचना दें। उन्होंने बताया कि कोविड की तीसरी लहर को रोकने में यह अभियान काफी कारगर साबित होगा।

सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक चलेगा अभियान

अभियान सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक चलेगा। इसके लिए दो लोगों की टीम बनाई जाएगी। टीम में आशा व आंगनबाड़ी को शामिल किया जाएगा। जहां पर आशा नहीं होगी, वहां पर पल्स पोलियो के वॉयलंटियर को टीम में रखा जाएगा। प्रत्येक पांच टीम पर एक सुपरवाइजर होगा। सुपरवाइजर द्वारा शाम चार बजे तक ब्लॉक को रिपोर्टिंग की जाएगी। जो भी आंकड़े जमा किए जाएंगे उन्हें प्रतिदिन सर्विलांस पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।