Sunday, May 19, 2024
बस्ती मण्डल

भाजपा,मंहगाई,बेकारी से बढ़ी मुश्किलें –कर्नल शरद सरन

बस्ती । समाजवादी पार्टी सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष कर्नल शरद सरन ने शनिवार को पार्टी कार्यालय पर मण्डलीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित किया। कहा कि गांव-गांव में सक्रिय समाजवादी विचारधारा के सिपाही सत्ता और व्यवस्था परिवर्तन का हिस्सा लेंगे। कहा कि भाजपा के लोग 100 रूपये के झोले में 50 रूपये का गेहूं देकर गरीबों को गुमराह करना चाहते हैं। हकीकत ये है कि रसोई गैस से लेकर डीजल,पेट्रोल के मूल्योें में बेतहाशा बढोत्तरी हुई है। बेरोजगारी बढी है,किसान, नौजवान परेशान है। वे भाजपा के चुनावी चालों को समझ गये है। इसी कड़ी में कर्नल सरन ने पचवस जाकर मार्ग दुर्घटना में मृत सैनिक रोहित सिंह के परिजनों से मिलकर ढाढस बधाया।

कर्नल शरद सरन ने कहा कि यदि कुछ लोग भ्रम के शिकार हो रहे हैं तो समाजवादी कार्यकर्ता उन्हें सच्चाई बतायें और गुमराह होने से बचा लें। भाजपा के लोग झूठ बोलकर गुमराह करने में माहिर है,उन्ही चालों से सतर्क रहना होगा। कहा कि पिछले चार वर्षो में उत्तर प्रदेश में भूख,गरीबी,कुपोषण के मामले बढे हैं,कानून व्यवस्था की स्थिति दयनीय है,महिलायें स्वयं को असुरक्षित पा रही है,गरीबों,पीड़ितों की आवाज को लगातार अनसुना किया जा रहा है। दावा किया कि प्रदेश की जनता समाजवादी पार्टी सरकार बनाने का मन बना चुकी है।

सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि समाज का शायद ही कोई वर्ग किसान,नौजवान,व्यापारी,अधिवक्ता,कर्मचारी बचा हो जो भाजपा सरकार की मनमानी का शिकार न हुआ हो। ऐसी झूठ बोलने वाली सरकार को सत्ता से बाहर करने का वक्त आ गया है। इसके लिये जागरूकता से प्रभावी कदम उठाने होंगे। सैनिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष गंगा प्रसाद यादव ने प्रदेश अध्यक्ष को सांगठनिक गतिविधियों की जानकारी दिया।

मुख्य रूप से अमरेश सिंह,शेषमणि यादव,गोपाल प्रसाद, प्रेमजी यादव,कैप्टन हरिबख्श सिंह,सूबेदार गंगाशरण यादव,दीवानचन्द यादव,धर्मेन्द्र यादव,मनोज पाण्डेय,सुभाष यादव,सिद्धेश सिन्हा,जावेद पिण्डारी,अरविन्द सोनकर,अब्दुल वफा,ज्ञान चंद चौधरी,मो.हाशिम,अमित यादव,तूफानी यादव,श्याम सुन्दर यादव,रनबहादुर यादव,दुर्गा यादव,संतराम यादव,जगदीश यादव,अभिषेक निसात,चिन्ता यादव,देवेन्द्र श्रीवास्तव,राजेश यादव,पिन्टू,मो.साहिर,पंकज निषाद,विश्वम्भर चौधरी के साथ ही सपा के अनेक नेता,पदाधिकारी,सैनिक प्रकोष्ठ के पदाधिकारी शामिल रहे।