Wednesday, June 26, 2024
बस्ती मण्डल

स्वच्छता अपना कर स्वस्थ भारत का सपना साकार कर सकते है– सोनिया

संतकबीरनगर।(कालीन5मिश्रा) राजकीय कन्या इंटर कॉलेज खलीलाबाद की व्यायाम शिक्षिका सोनिया ने कहा कि हम अपने घरों, ऑफिस , ओर अपने आसपास लगातार स्वच्छता अभियान चला कर बरसात के मौसम में हम तमाम प्रकार के बीमारियों से छुटकारा पा सकते है। बरसात के मौसम में सबसे ज्यादा लोग बीमार पड़ते है। क्यो की बरसात के मौसम में जल जमाव, खुली नालियां,पानी की सही प्रकार की निकासी ना होने के कारण जगह जगह जल जमाव होने लगती हैं। जल जमाव होने के कारण मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल होती है। यह मच्छर मलेरिया ,डेंगू , और चिकनगुनिया ,फ्लू,हैजा, टायफायड,जैसी संक्रामक बीमारियों को जन्म देती हैं। बरसाती मानसून में सड़क किनारे खुले में बिकने वाले भोजन का सेवन भी इन दिनों हानिकारक होता है।जल जनित यह रोग बहुत ही घातक होता है।सही समय पर इलाज ना होने पर जान भी जा सकती है।इस रोग में प्लेटलेट्स लगातार गिरने लगती है।इससे रोगों से लड़ने कि क्षमता कम हो जाती है। इस बीमारी में तेज बुखार, जी मिचलाना, और नाक में से खून आना इसके प्रमुख लक्षण हैं। बरसात के मौसम में एनाफिलीज मच्छर के काटने से होने वाली इस बीमारी में कपकपी और ठंड लगकर तेज बुखार ,जी मिचलाना ,सर्दी, जुखाम, सांस फूलना मादा एडीज मच्छर काटने से तेज बुखार शरीर में लाल चकत्ते बनने और हाथ पैर की हड्डियों में दर्द होना इसके प्रमुख लक्षण होते हैं। बरसात के मौसम में मनुष्य में आधे से अधिक बीमारी दूषित पानी पीने से होती है। बहुत पहले जब हम सब कुएं से पानी पीते थे तो बरसात के सीजन में कुएं ओर नल में जल को दूसित होने से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग से दवा डाली जाती थी ।बरसात में जल जमाव होने के कारण पानी दूषित हो जाता है दुसित पानी के संपर्क में आने से शरीर में खुजली जैसी कई बीमारियां भी हो जाती है। इसके अलावा दूषित भोजन के सेवन से भी बीमारियों को बढ़ावा मिलता है। डेंगू ,मलेरिया ,कालरा चिकन गुनिया आदि बीमारी भी हो जाती है। इसलिए अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखें साथ ही साथ स्वच्छ जल और साफ भोजन का ही सेवन करें। ओर स्वच्छ भारत- स्वस्थ भारत बनाने में अपना योगदान दें।