Thursday, July 4, 2024
बस्ती मण्डल

मुण्डेरवा चीनी मिल को 109 करोड़ का किसानों ने बेचा गन्ना

बस्ती।(सात्विक पटेल) शासन के मुख्य गन्ना विकास सलाहकार संजय गुप्ता ने कहा कि पिछले पेराई सत्र में जिले के किसानों ने चीनी मिल मुण्डेरवा को 109 करोड़ रूपये का गन्ना बेचा था। यह किसानों व मिल प्रबंधन के लिए बड़ी उपलब्धि है।
किसानों को वैज्ञानिक तकनीक से गन्ने के साथ सहफसली खेती करने पर जोर देने व चीनी मिल मुण्डेरवा के द्वारा संचालित योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए बनकटी ब्लाक के जीगना में शुक्रवार को कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान
बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में मुख्य गन्ना विकास सलाहकार ने कहा कि बस्ती जनपद में गन्ना का औसत उत्पादन प्रति हेक्टेयर 644 कुन्तल है।इसे एक हजार कुन्तल करने का लक्ष्य रखा गया है।इसको लेकर चीनी मिल के तरफ से 50 प्रतिशत अनुदान पर बुआई के लिए ट्रेचरेजर,कीटनाशक कोराजन,ट्राइकोडर्मा आदि दिया जा रहा है। जिससे की गन्ना फसलों की उत्पादकता बढने के साथ ही किसानों को लाभकारी मूल्य दिलाया जा सके।
गन्ना शोध परिषद शाहजहांपुर के पूर्व वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक अधिकारी डा. मैनेजर सिंह ने कहा कि गन्ना बुआई से लेकर कटाई तक वैज्ञानिक विधि ट्रेंच व पेयर्ड रो के माध्यम से उन्नतशील प्रजातियों की खेती कर सरकार की मंशा के अनुरूप डेढ़ से दोगुनी आय में वृद्धि की जा सकती है। जिसके लिए उन्होंने जमीन तैयारी से लेकर बीज का चयन के साथ साथ साथ कीटों के प्रकोप के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सबसे हानिकारक कीट चोटीबेधक से बचाव के लिए मई के प्रथम सप्ताह में कोरा जन कीटनाशक का प्रयोग करें।
गन्ना प्रशिक्षण केंद्र पिपराइच के सहायक निदेशक ओम प्रकाश गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि शरदकालीन गन्ना बोवाई से ग्रीष्मकाल की तुलना में
25 प्रतिशत अधिक उपज प्राप्त होती है।गन्ना के साथ नवंबर माह में आलू की सहफसली खेती करने से 90 से 100 दिनों में प्रति एकड़ 80 से 90 कुंटल आलू का उत्पादन किया जा सकता है। उन्होंने तस्वीरों के माध्यम से सहफसली खेती की किसानों को जानकारी दी।
चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक ब्रजेंद्र द्विवेदी ने कहा कि किसानों के कम लागत में बेहतर गन्ना उत्पादन के लिए प्रकार विभिन्न योजनाएं चला रही है। जिसका किसानों को भरपूर लाभ दिलाने की पूरी कोशिश है। उन्होंने कहा कि एक दिन पूर्व तकरीबन छह करोड़ रुपए गन्ना का भुगतान के लिए बैंकों को जारी कर दिया गया। अब बकाया धनराशि भी एक माह के अंदर दे दी जाएगी। गोष्ठी का संचालन करते हुए गन्ना किसान सलाहकार एसपी मिश्र ने कहा कि गन्ने की 5 प्रजातियां को .118, को. 98014, को .150 23, कोलक 14201 प्रजाति के 10 लाख पौधों एलएसएस द्वारा तैयार कर पचास प्रतिशत अनुदान पर किसानों को उपलब्ध कराने की योजना है।इसका मकसद कम समय में गन्ने की उन्नत प्रजातियां के पौधे अधिक से अधिक किसानों की खेतों तक पहुंचाकर उत्पादन बढाना है। वरिष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक डा. उपेंद्र सिंह ने बताया कि पौधशाला से गन्ना बीज वितरण पर 50 रुपए प्रति कुंतल अनुदान किसानों को गन्ना विकास विभाग द्वारा दिया जा रहा है।
इस अवसर पर वैज्ञानिक तकनिक से गन्ना की खेती करने वाले प्रगतिशील किसान कोदई चौधरी, अवधेश पाल, अमित पांडे, अरविंद चौधरी, अवधनारायण, विनोद राय, दिनेश चौधरी आदि को अंग वस्त्र व माल्यार्पण कर मिल प्रबंधन ने सम्मानित किया।