Saturday, May 18, 2024
हेल्थ

अब पांच से 18 साल उम्र के लोगों की सैम्पलिंग पर फोकस

कोविड से बचाव के लिए लिया जाएगा आरटीपीसीआर सैम्पल

बस्ती। पांच से 18 साल की उम्र वालों की कोविड जांच पर स्वास्थ्य विभाग का विशेष फोकस होगा। सैम्पलिंग करने वाली टीम इस उम्र के लोगों का विशेष रूप से आरटीपीसीआर सैम्पल लेगी। कोविड की तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। जांच पर फोकस कर इस कैटैगरी में कोविड के फैलाव को रोकने का प्रयास किया जाएगा। कोविड की तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एफ हुसैन ने बताया कि कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में 18 साल व उससे ऊपर के सभी लोगों को शामिल कर लिया गया है। लगभग पांच लाख लोगों को कोविड का टीका लगाया जा चुका है तथा अभी भी अभियान चलाकर इस कैटेगरी का टीकाकरण किया जा रहा है। 18 साल से कम उम्र वालों के लिए अभी तक देश में कोई टीका उपलब्ध नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर कोविड की तीसरी लहर आती है तो सर्वाधिक उन्हीं लोगों को प्रभावित करेगी, जिन्हें टीका नहीं लगा है। इसमें बड़ी संख्या 18 साल से कम उम्र वालों की होगी।

शासन की ओर से जारी दिशा-निर्देश में कहा गया है कि कोविड की सैम्पलिंग के लिए जो अभियान चलाया जा रहा है, उसमें एक उचित संख्या में पांच से 18 साल वालों की जांच जरूर की जाए। कोविड के फैलाव को रोकने के लिए जारी ट्रिपल टी फार्मूले में टेस्टिंग का विशेष स्थान है। अगर किसी मरीज की जांच द्वारा समय से उसकी बीमारी का पता चल जाए तो इलाज करना आसान होता है। ज्यादा से ज़्यादा इस कैटेगरी की सैम्पलिंग करके रोग के फैलाव को रोका जा सकता है। इस संबंध में सभी सीएचसी प्रभारियों को निर्देशित भी किया जा चुका है।